एसपी साहब के ऑफिस में हुआ कुछ ऐसा कि मित्र पुलिस का चेहरा हो गया बेनकाब
कानपुर देहात–कानपुर देहात की मित्र पुलिस का संवेदनशील चेहरा सामने आया है। दरअसल मारपीट के मामले में खून से लथपथ पीड़ित पुलिस अधीक्षक कार्यालय आया।
पीड़ित के हालात चलने लायक नही थे और साहब तो मिले नही। पीड़ित खड़े खड़े चक्कर खा कर गिर गया। पुलिस मुख्यालय में तमाम पुलिस कर्मियों का जमावड़ा था लेकिन किसी ने भी पीड़ित को सहारा नही दिया। काफी देर वो खून से लथपथ पड़ा रहा । पीड़ित शख्स अकबरपुर कोतवाली के रनिया इलाके का रहने वाला राजेन्द्र है। राजेन्द्र का नाले को लेकर पड़ोसी राम स्नेही से झगड़ा हो गया। लिहाज़ा राम स्नेही ने लोही की सरिया से हमला कर दिया जिससे राजेन्द्र गंभीर रूप से घायल हो गया ।
स्थानीय पुलिस ने फरियाद सुनी नही। तब उसने सोचा कि फरियाद बड़े साहब से करेंगे अपने बदन पे लगा खून दिखाकर साहब से न्याय की गुहार लगाएंगे लेकिन फरियादी को एस पी आफिस से बैरंग लौटा दिया गया। बड़े साहब तो छोड़िए एस पी आफिस में बैठे छोटे साहबो ने भी पीड़ित की फरियाद सुनना मुनासिब नही समझा ।पीड़ित राजेन्द्र चक्कर खा कर पुलिस मुख्यालय में गिर गया। काफी देर पड़ा रहा। पुलिस कर्मी इर्दगिर्द से निकलते रहे कुछ पुलिस कर्मी खड़े होकर तमाशा देखते रहे लेकिन किसी ने लहूलुहान पड़े राजेन्द्र को सहारा नही दिया। किसी ने भी एम्बुलेंस को काल नही की जबकि खाकी की ज़िम्मेदारी बनती थी कि घायल राजेन्द्र को एम्बुलेंस बुलाकर अस्पताल में भर्ती कराए। इस संदर्भ में पुलिस का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नही है।
(रिपोर्ट-संजय कुमार, कानपुर देहात)