खनन घोटाले में IAS चंद्रकला के बाद अब पूर्व मंत्री गायत्री पर कसा ईडी का शिकंजा
लखनऊ–खनन घोटाले में आइएएस अधिकारी बी.चंद्रकला का नाम उजागर होने के बाद अब एक – एक करके कई पत्ते खुलते जा रहे हैं। इस मामले में अब पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद पर भी गाज गिरना तय है।
खनन घोटाले में सीबीआइ के कदम बढ़ाने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी सक्रिय हो गया है। आइएएस अधिकारी बी.चंद्रकला व सपा एमएलसी रमेश मिश्रा समेत 11 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद अब ईडी शामली में हुए खनन घोटाले के मामले में भी मनी लांड्रिंग का केस दर्ज करने की तैयारी में है। सीबीआइ दिल्ली ने शामली में हुए खनन घोटाले को लेकर अगस्त 2017 में सपा के पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के दो करीबियों समेत नौ आरोपितों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी। ईडी का शिकंजा जल्द पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर कस सकता है।
सीबीआइ ने शामली में खनन घोटाले के मामले में फरवरी 2017 में पीई (आरंभिक जांच) दर्ज कर पड़ताल शुरू की थी। जांच में अहम साक्ष्य हाथ लगने पर सीबीआइ ने अगस्त 2017 में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के करीबी विकास वर्मा व अमरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू समेत नौ आरोपितों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी। इसके बाद यूपी में कई स्थानों पर आरोपितों के ठिकानों पर सीबीआइ ने छापा भी मारा था।
सीबीआइ ने अपनी एफआइआर में शामली के तत्कालीन असिस्टेंट जियोलॉजिस्ट डॉ.अदल सिंह, आमिर सिद्दीकी, जेपी पांडेय, सतीश कुमार, संदीप राठी, मंगल सेन वर्मा व रमेश कुमार को भी नामजद करते हुए अन्य अज्ञात आरोपितों को शामिल किया था। विकास वर्मा व अमरेंद्र सिंह पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ पहले से दर्ज मामले में भी आरोपित हैं।