मदरसों के 198 शिक्षक भुखमरी की कगार पर, 36 महीनों से नहीं मिली सैलरी

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फतेहपुर– केंद्र व प्रदेश सरकार बेरोजगारों को रोजगार दिए जाने की पहल कर रही है लेकिन यूपी में इन दिनों मदरसे के सहायक अध्यापक भुखमरी की कगार में है ।

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फतेहपुर जिले के दर्जनों सहायक शिक्षक दूसरे बच्चो को अच्छी शिक्षा देने के लिए प्रयास कर रहे है लेकिन खुद के बच्चो को शिक्षा नहीं दिला पा रहे हैं ।शिक्षकों के बच्चो की फ़ीस स्कूलों में ना जमा हो पाने से बच्चो के नाम काट घर भेज दिए जा रहे हैं ।मदरसे के पीड़ित सहायक अध्यापको की माने तो पिछले तीन वर्षो से उनको वेतन नहीं दिया जा रहा हैं। आस में बैठे है की अब सैलरी आएगी और आर्थिक तंगी दूर हो जाएगी लेकिन सैलरी न आने से इलाज तक नहीं करा पा रहे हैं। वहीँ प्रिंसिपल की माने तो सैकड़ो मदरसों के सहायक अध्यापक है जिनकी सैलरी 36 महीने से ना आने पर परेशान है ।किसी तरह यहाँ आकर बच्चो को पढ़ाते है लेकिन खुद के बच्चो की फ़ीस नहीं जमा कर पा  रहे है जिससे उनके बच्चे परेशान है।

हालांकि इस मामले में जब अल्पसंख्यक अधिकारी से बात की तो उनका कहना था लगभग 198 सहायक अध्यापक है जिन्हे तीन सालो से वेतन नहीं मिला है ।जिसके लिए शासन को भेजा गया हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा आधुनिकीकरण शिक्षकों को वेतन दिया जाता है। केंद्र 60 प्रतिशत और प्रदेश 40 प्रतिशत देती है।केंद्र सरकार द्वारा पैसा ना मिलने से सहायक अध्यापक परेशान है।बहुत से शिक्षक आते है लेकिन कुछ नहीं कर पाते उनकी शिकायत कॉपी शासन को भेज दी जाती है | 

(रिपोर्ट-नितेश श्रीवास्तव, फतेहपुर )

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