विराट कोहली के टी 20 फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने के बाद अब इस बात के कयास लगाए जा रहे है कि आने वाले दिनों में उनसे एकदिवसीय मैचों की कप्तानी भी छीन जाएगी। ऐसा इसलिए कहां जा रहा है कि क्योंकि 2023 वर्ल्ड कप में अब सिर्फ 2 साल का समय बचा है और भारतीय क्रिकेट बोर्ड ये चाहता है कि वर्ल्ड कप तक एक नया कप्तान और एक नई टीम तैयार की जा सके।गौरतलब है कि हाल में ही सम्पन्न हुए टी 20 वर्ल्ड कप में विराट की अगुवाई की टीम इंडिया ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई जिसके कारण उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। एक बड़ा विराट की कप्तानी के रवैये से नाखुश दिख रहा है ।
2017 में विराट ने संभाली टीम की कमान:
विराट 2017 में पहली बार टीम इंडिया के कप्तान बने थे । उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने अब तक चार आईसीसी टूर्नामेंट खेला लेकिन एक भी बार टॉफी जीतने के सफल न हो सका। इसके साथ साथ विराट के कप्तानी संभालते ही तीन ऐसे स्टार खिलाड़ियों के करियर पर ग्रहण लगा गया जो धोनी के कप्तानी में अच्छा करते आये थे । हालांकि इन खिलाड़ियों के नाकाम होने की मुख्य वजह उनके खुद का खराब फॉर्म था । इन खिलाड़ियों में युवराज सिंह ,सुरेश रैना और रवि अश्विन शामिल हैं।
युवराज सिंह:
युवराज सिंह टीम इंडिया के सबसे बड़े मैच विनर माने जाते है उन्होंने भारत को 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप जिताने में बड़ा रोल निभाया था। युवराज सिंह ने वैसे तो सौरव गांगुली की कप्तानी में अपने करियर की शुरुआत की थी जिसमें उन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया था इसके बाद जब महेंद्र सिंह धोनी भारत के कप्तान बने तो युवराज सिंह ने धूम ही मचा दी । उन्होंने भारतीय क्रिकेट को अपने शिखर पर पहुंचाया। युवराज सिंह ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया और ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ रहे । युवराज सिंह धोनी के सबसे बड़े मैच विनरसाबित हुए और भारत के लिए जीत की गारंटी बन गए लेकिन धोनी ने जब तीन इंडिया की कप्तानी छोड़ी तो कोहली की कप्तानी में उन्होंने अपनी निरंतरता को बरकरार रख पाने में नाकाम रहे और टीम इंडिया से बाहर होकर उन्हें संन्यास लेना पड़ा।
सुरेश रैना:
सुरेश रैना एक समय पर टीम इंडिया के मध्यक्रम का एक मजबूत हिस्सा हुआ करते थे ।उन्होंने अपने दमदार प्रदर्शन से टीम इंडिया को कई मौकों पर अहम जीत दिलाया और इसी कारण वे धोनी के आंख का तारा भी बन गए । धोनी हमेशा उन्हें बैक किया करते थे ।खराब फॉर्म होंने के बाद भी धोनी उन्हें मौका दिया करते थे लेकिन जब विराट जब टीम के कप्तान बने तो रैना भी टीम से जल्द ही बाहर हो गए ।इसका मुख्य वजह रैना की खराब फॉर्म थी । बाद में जब धोनी ने अपने रिटायरमेंट की घोषणा की तो उसके साथ रैना ने भी उनके साथ संन्यास की घोषणा कर दी ।
रविचन्द्रन अश्विन:
धोनी के कप्तान रहते अश्विन टीम इंडिया के तीनों फॉर्मेट में मुख्य फिरकी गेंदबाज बन गए थे । अश्विन को धोनी ने हरभजन सिंह के जगह मौका दिया था जिसके काफी हद तक अश्विन कामयाब भी हुए थे लेकिन जब विराट कप्तान बने तो उन्होंने अश्विन को सिर्फ टेस्ट मैचों तक ही सीमित कर दिया जिसके कारण लिमिटेड ओवर खेल में उनका करियर लगभग खत्म ही हो गया था लेकिन हाल में ही टी 20 वर्ल्ड कप में उनका प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा था तो अब रोहित की कप्तानी में उनका लिमिटेड ओवर में वापसी करना तय माना जा रहा है।
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