बच्चों के भारी विरोध के बावजूद,50 की उम्र में विधवा ने की अपने प्रेमी से शादी
न्यूज डेस्क — प्यार करने की कोई उम्र होती और न ही किसी की परवाह होती. प्यार किसी बंधन को नहीं मानता. प्यार तो बस हो जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ एक महिला के साथ जिसने समाज, परिवार और अपने बच्चों के भारी विरोध के बावजूद 50 की उम्र में दोबारा शादी कर अपने प्यार को मकाम तक पहुंचाया.
दरअसल कोमोला के प्यार की कहानी एक बांग्लादेशी फोटोग्राफर GMB Akash ने अपने फेसबुक पेज पर बयां की है. फोटोग्राफर के पोस्ट के मुताबिक कोमोला महज 25 बरस की थी जब उसके पति का देहांत हो गया. कोई उसकी परवाह करने वाला नहीं था. वो पिछले 20 सालों से ब्रेड और अंडे बेचकर अपने बच्चों का पेट भर रही थी. काफी मेहनत के बाद आखिरकार उसकी आर्थिक स्थिति ठीक हुई और उसने एक रेस्टोरेंट खोल लिया. फिर जो आमदनी हुई उससे उसने गांव में जमीन खरीदकर घर बनाया और अपने बच्चों की शादी भी की.
कोमोला अपने परिवारी की सारी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही थी, लेकिन अंदर से बिलकुल अकेली थी. भावनात्मक रूप से उसे कोई सहारा देने वाला नहीं था. लेकिन किस्मत ने तो उसके लिए कुछ और ही सोचाा था. एक मजदूर उसके रेस्टोरेंट पर अकसर आया करता था. एक दिन वो कोमोला की ओर आकर्षित हो गया. फिर क्या था वो रोज़ उसे देखने रेस्टोरेंट आता, लेकिन उसने कभी एक शब्द नहीं कहा. यहां तक कि वो रेस्टोरेंट में उसके कामों में हाथ भी बंटाता. कभी बर्तन धोता तो कभी सफाई कर देता.
वो मजदूर हर तरह से कोमोला की मदद कर रहा था. दोनों के बीच प्यार पनपने लगा. फिर एक दिन उसने कोमोला को शादी के लिए प्रपोज कर दिया. कोमोला खुश तो थी लेकिन उसे समाज का डर सता रहा था. यही नहीं जब उसके बच्चों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने उस मजदूर की खूब पिटाई की. और तो और कोमोला ने उसे गांव से चले जाने के लिए कह दिया.
कोमोला एक बार फिर अकेली हो गई. कोई उसकी भावनाओं को नहीं समझ रहा था. लेकिन वो कहते हैं न कि अगर प्यार सच्चा हो तो दूरियां भी नजदिकियों में बदल जाती हैं. उनके साथ भी यही हुआ. हालांकि कोमोला को लगता था कि बच्चों के हाथों मिली बेइज्जती के बाद वो फिर कभी नहीं लौटेगा. लेकिन एक दिन वो कोमोला के पास वापस आया और उसे फिर से शादी के लिए प्रपोज किया. दोनों पिछले पांच सालों से साथ में हैं और मिलकर छोटा सा रेस्टोरेंट चलाते हैं.