कानपुर में डेंगू का कहर, दो दिन में सौ से ज्यादा नए मरीज मिले
कानपुर के मेडिकल कॉलेज और उर्सला में दो दिनों के ब्लड सैंपलों में करीब 125 रोगियों में डेंगू की पुष्टि
कानपुर — बारिश तो चली गई लेकिन डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर जैसी कई बीमारियों अपने साथ छोड़ गई। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी इनका प्रकोप फैल गया है। वहीं डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी का अधिकांश रोगी झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करा रहे हैं।
कानपुर के मेडिकल कॉलेज और उर्सला में दो दिनों के ब्लड सैंपलों में करीब 125 रोगियों को डेंगू की पुष्टि हुई है।वहीं डेंगू से दो रोगियों की मौत भी हो चुकी है। डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू रोगियों में अब लाल चकत्ते और खुजली के भी लक्षण मिल रहे हैं। डेंगू पॉजिटिव आए 125 रोगियों में 19 रोगी दूसरे जिलों के हैं। रोगियों में प्लेटलेट्स घटने के साथ डेंगू के अन्य लक्षण उभर रहे।
वहीं मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के सीनियर फिजिशियन डॉ. ब्रजेश कु मार ने बताया कि डेंगू में बदलाव आया है। रोगियों में लालचकत्ते और खुजली के लक्षण भी मिल रहे हैं। डेंगू जैसी खतनाक व जानलेवा बीमारी का अधिकांश रोगी झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि तेज बुखार,भूख न लगना, कमजोरी होना ,त्वचा पर निशान,खांसी आना ,पूरे शरी में दर्द होना ऐसे लक्षण देखे तो तुरन्त डॉक्टर को दिखाए।