न्यूज डेस्क — देश की राजधानी दिल्ली पिछले तीन-चार दिनों ने हिंसा की आग में सुलग रही है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हालात बेहद तनावपूर्ण और हिंसा ग्रस्त हैं। पुलिस प्रशासन ने पूरे इलाके में धारा 144 लगाई हुई है।जबकि दिल्ली पुलिस को उपद्रवियों को देखते ही गोली मार देने का आदेश दिया गया है। वहीं मंगलवार को भी कई क्षेत्रों में हुई भारी हिंसा में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है।जबकि करीब 200 लोगों के घायल होने की सूचना है।
वहीं उत्तर-पूर्वी दिल्ली में अब भी सवेंदनशील स्थिति बनी हुई है। पुलिस का दावा है कि स्थिति सामान्य है, लेकिन हालात तनावपूर्ण हैं। पुलिस,ए एसएसपी और आईटीबीपी के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं। उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में पूरे एक महीने के लिए धारा 144 लागू है। अतिरिक्त पुलिसबलों की तैनाती की गई है।
धरने पर बैठी महिलाएं हटाई गईं
दिल्ली के जाफराबाद में धरने पर बैठी महिलाओं को मौके से हटा दिया गया है. पुलिस ने रास्ता क्लियर करा दिया है. जो महिलाएं धरने पर बैठीं थीं, उन्हें मौके से हटा दिया गया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक महिलाएं नागरिकता कानून के खिलाफ धरने पर बैठी थीं.
शहीद हेड कॉन्स्टेबल का परिवार धरने पर
दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान शहीद हुए पुलिस हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल का परिवार धरने पर बैठ गया है। परिवार की मांग है कि रतनलाल को शहीद का दर्जा दिया जाए। बता दें कि दिल्ली के भजनपुरा में हुई हिंसा के दौरान रतनलाल की मौत हो गई थी। वे राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे। बुधवार को उनके परिवार ने पैतृक गांव जाने वाले रास्ते पर जाम लगा दिया।