एटा–उत्तर प्रदेश के जनपद एटा में हाल ही में हुए पटाखा विस्फोट मामले में 7 लोगों की मौत और 1 दर्जन से ज्यादा लोगों के घायल परिजन अभी सदमे से अभी बाहर भी नही निकले है।
पुलिस प्रशासन की सख्ती के बाद भी आतिशबाज अपनी मनमानी से बाज नही आ रहे है। थाना अलीगंज क्षेत्र में अलीगंज एसडीएम और सीओ ने कार्यवाही करते ऐसे आतिशबाजों के खिलाफ अभियान चलाया। पुलिस ने चेकिंग के दौरान लगभग दस किलो बारूद को नष्ट कराया है। आपको बता दें कि अलीगंज तहसील में आतिशबाजी के नौ लाइसेंस बताए जाते है लेकिन अवैध तरीके से दर्जनों जगह लोग जान जोखिम में डालकर अवैध पटाखा बना रहे है। वही लगभग 1 सप्ताह पूर्व मिरहची में हुए आतिशबाजी विस्फोट हादसे के बाद अलीगंज में पुलिस और प्रशासन काफी सतर्क दिख रहे है।
उसी को लेकर प्रभारी निरीक्षक पंकज कुमार मिश्रा कई बार आतिशबाजों को सख्ती से हिदायतें भी दे चुके है। इसके बाद भी आतिशबाज अपनी मनमानी पर उतारू है। एसडीएम पी0एल0 मौर्या ने सीओ अजय भदौरिया तथा पुलिस बल के साथ आतिशबाजों की दुकानों पर छापे मारी की, डाक बंगला पर बंद पडी आतिशबाजी की कोठरी का ताला तोडकर देखा। इस स्थान पर काफी समय से काम बंद था, इसलिए कुछ नहीं मिला। इसके बाद सराय बस अडडा स्थित एक आतिशबाजी की दुकान को देखा। यहां पर आबादी इलाका होने पर कई बार पूर्व में लाइसेंस धारक को हिदायत दी गई लेकिन फिर भी मौके पर आतिशबाजी बनाते पाई गई, जब कि बस्ती से 500 मीटर की दूरी पर आतिशबाजी बनाने का लाइसेंस मिलता है उसके बाद भी ये आतिशबाज लोगो की जान को जोखिम में डालकर घनी बस्तियों में चोरी छिपे छोटे स्तर पर पटाखा फेक्ट्री चला रहे है।
इस पर एसडीएम और सीओ ने नाराजगी दिखाते हुए मौके पर मिली आतिशबाजी को मौके पर ही नष्ट करा दिया। उन्होंने आतिशबाज इरशार को अन्तिम चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर दुकान यहां से हटाकर दूसरी जगह नहीं शिफ्ट गई तो लाइसेंस निरस्त कराकर आपके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।
(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी, एटा)