लखनऊ: WHO की तरफ से corona virus के जो लक्षण बताए गए हैं वो आम सर्दी-जुकाम से बहुत मिलते जुलते हैं। ऐसे में ये जानने की जरूरत है कि साधारण सा लगने वाला ये जुकाम आपके लिए कब खतरा बन सकता है।
भारत में corona की दस्तक के बाद डॉक्टरों के पास बुखार, गला खराब होने और कफ से पीड़ित मरीजों की लाइन लग गई है। ज्यादातर मरीजों को यह मौसमी फ्लू या स्वाइन फ्लू की वजह से है। corona virus के ज्यादातर मामले कॉमन कोल्ड और फ्लू जैसे ही होते हैं।
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corona virus मुख्य रूप से बुजुर्गों को अपना निशाना बना रहा है। ऐसे में अगर आपको पहले से कोई बीमारी है, डायबिटीज, दिल से जुड़ी बीमारी, स्ट्रोक या सांस से जुड़ी बीमारी है तो फ्लू जैसे लक्षणों को भी हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। corona virus की वैक्सीन बनने में अब भी 8 से 12 महीने का वक्त लग सकता है।
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लखनऊ के Sevamob Winchester LTD में कार्यरत डॉ. राहुल पाल ने बताया -‘यह वायरस हवा में नहीं रहता है। यह किसी वस्तु पर या जीव पर एक जगह से दूसरी जगह जाता है यह हवा से नहीं फैलता है। 30 डिग्री तापमान पर यह वायरस मर जाता है। इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए जो लोग बाहर से चीन से भारत में आ रहे है उनकी पूरे शरीर की जांच होनी चाहिए। जब किसी को बुखार, छींक, खांसी बहुत दिनों से आ रही हो तब उसकी जांच कराना चाहिए । बुखार मतलब तापमान का बढ़ना तापमान इसलिए बढ़ता है कि अगर कोई वायरस तापमान बढ़ने से मर सकता है तो मर जाए।’
डॉ. राहुल पाल ने कोरोना वायरस से बचाव के साधारण उपाय भी बताए-
– गर्म नमक पानी से गरारे करें यह वायरस को फेफड़ों तक पहुंचने से रोकता है।
– मीट मांस ना खाए और भीड़ भाड़ वाली जगह में जाने से बचे और बाहर जाते समय मास्क का प्रयोग करें ।
– हाथों पर यह वायरस 10 मिनट तक रहता है। इसलिए हमेशा हाथो को खाने से पहले स्ट्रेलाइजर का प्रयोग करना चाहिए जिससे corona virus को खत्म किया जा सकता है।
'जब किसी को बुखार, छींक, खांसी बहुत दिनों से आ रही हो तब उसकी जांच कराना चाहिए । बुखार मतलब तापमान का बढ़ना तापमान इसलिए बढ़ता है कि अगर कोई वायरस तापमान बढ़ने से मर सकता है तो मर जाए।'
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