कोरोना का असरः मांग के बावजूद नालियों में फेंकी जा रही बियर
गुरुग्राम नें अब तक हजारों लीटर बियर नालियों में फेंकी जा चुकी है....
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिएर देशभर में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है. ऐसे में सिर्फ जरूरी सेवाओं की दुकानों को छोड़कर सबकुछ बंद है. इस बीच दिल्ली एनसीआर से सटे गुरुग्राम में हजारों लीटर बियर ( beer) नालियों में बहाया जा रहा है.
दरअसल, माइक्रो ब्रुअरीज में एक लाख लीटर बियर ( beer) अभी तक बोतलों में भरे नहीं जा सके थे. इसे खुले में खराब होने से बचाने के लिए जो लागत आएगी, वो इसकी कीमत से कई गुणा ज्यादा बताई जा रही है. लिहाजा बियर को मजबूरन बहा दिया जा रहा है.
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फेंकी जा चुकी है हजारों लीटर शराब
बता दें कि माइक्रो ब्रुअरीज एक छोटी भट्टी होती है, जहां आमतौर पर अपने परिसर में ही खपत के लिए सीमित मात्रा में बीयर उत्पादन किया जाता है.
खबरों की माने तो स्ट्राइकर ऐंड सोइ 7 ने अपने गुरुग्राम आउटलेट से 5,000 लीटर बियर नाली में बहाया है. इसी तरह प्रैंकस्टर के प्रमोटर को 3 हजार लीटर बियर नालियों में फेंकी है. जबकि, माइक्रो ब्रुअरीज को 1 लाख लीटर से ज्यादा ताजा बियर बर्बाद करना पड़ा है.
ब्रुअरी कंसल्टेंट्स के मुताबिक, बियर को फ्रेश रखने के लिए प्लांट इसे एक निश्चित तापमान पर रखते हैं. हर रोज उसकी मॉनिटरिंग भी जरूरी होती है. लेकिन, लॉकडाउन की वजह से ये काम नहीं हो पा रहा है.
कंपनियों को हो रहा नुकसान
ब्रुअर्स का कहना है कि समस्या सिर्फ लॉकडाउन तक ही नहीं है. लॉकडाउन के बाद भी कस्टमर कोरोना वायरस के डर और सोशल डिस्टेंसिंग की चिंताओं की वजह से पहले जैसे ही बियर ( beer) की दुकानों पर लौटेंगे, इसकी संभावना भी कम देखी जा रही है. ऐसे में प्लांट का दोनों तरफ से नुकसान ही है.
बता दें कि बियर कंपनियां विदेशों की तर्ज पर भारत में भी लॉकडाउन के दौरान बियर की होम डिलेवरी की परमिशन की मांग कर रही थी, लेकिन परमिशन नहीं मिली.
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