योगी की तारीफ करना अदिति सिंह को पड़ा भारी, कांग्रेस ने की बड़ी कार्रवाई
अदिति सिंह का है बगावती रुख, कांग्रेस ने जारी किया है नोटिस, बीजेपी में जाने की हैं अटकलें
यूपी के रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह (Aditi Singh) को बसों के मुद्दे पर सीएम योगी की तारीफ करना भारी पड़ गया है। इसके अवाला अदिति ने प्रियंका गांधी की आलोचना करते हुए कहा था कि संकट के समय निम्न स्तर की राजनीति की क्या आवश्यकता थी। जिसको कांग्रेस ने गंभीरता से लेते हुए विधायक अदिति सिंह (Aditi Singh) को पार्टी की महिला विंग के महासचिव पद से निलंबित कर दिया है। साथ ही उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है।
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अब अटकले ये लगाई जा रही है कि रायबरेली संसदीय सीट के लिए भाजपा अदिति सिंह को तैयार कर रही है।
बता दें कि कांग्रेस विधायक अदिति सिंह (Aditi Singh) ने अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाते हुए कहा था कि ऐसे समय निम्न स्तर की राजनीति की क्या आवश्यकता थी? 1,000 बसों की सूची दी, उनमें से आधे नकली या कबाड़ थीं। यह क्रूर मजाक क्यों? यदि आपके पास बसें थी तो आपने उन्हें राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र क्यों नहीं भेजा।
इसके अलावा उन्होंने कहा, “कोटा में जब हजारों बच्चे फंस गए तब राजस्थान सरकार उन्हें सीमाओं तक नहीं छोड़ सकती थी। तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों को घर पहुँचने की सुविधा दी।
लंबित है नोटिस
अदिति सिंह के ट्वीट पर प्रतिक्रिंया देते हुए कांग्रेस सचिव और रायबरेली प्रभारी के एल शर्मा ने कहा कि पिछले साल पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए विधानसभा में उनके खिलाफ एक नोटिस दिया गया था जो लंबित है। उन्होंने कहा, “वह जवाब देने से बच रही है और अध्यक्ष भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।” पार्टी ने उनके विधायक पद से अयोग्य घोषित करने का भी अनुरोध किया है।
भाजपा में हो सकती है शामिल
सूत्रों की माने तो भाजपा रायबरेली संसदीय सीट के लिए अदिति सिंह का पोषण कर रही है, जो कांग्रेस का गढ़ रहा है। अदिति सिंह के पिता स्वर्गीय अखिलेश प्रताप सिंह विधायक थे और एक बार लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़े थे।
लेकिन बाद में वह कांग्रेस में लौट आए। 2004 से अमेठी से लोकसभा सदस्य रहीं सोनिया गांधी रायबरेली शिफ्ट हो गई थीं। लेकिन कांग्रेस रायबरेली सदर विधानसभा सीट तभी जीत सकी जब अदिति सिंह (Aditi Singh) पार्टी में शामिल हुईं। इससे पहले उनके पिता ज्यादातर समय इस सीट से निर्दलीय विधायक रहे।
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