केंद्र ने बताया आखिर क्यों कांग्रेस ने रोक रखा था तीन तलाक बिल
नई दिल्ली--केंद्र सरकार ने तीन तलाक पर अध्यादेश लाने के कारण बताते हुए कहा कि मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए इसे लाना जरूरी था। केंद्र ने इस मसले पर कांग्रेस और सोनिया गांधी पर वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्हें लपेटा।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को तीन तलाक अध्यादेश को मंजूरी दे दी है। अब यह अध्यादेश लागू होने के लिए राष्ट्रपति के पास हस्ताक्षर के लिए जाएगा। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर तीन तलाक बिल को संसद से पास नहीं होने देने का आरोप लगाया। प्रसाद ने कहा, ‘कांग्रेस ने वोटबैंक की राजनीति के कारण राज्यसभा से इस बिल को पास नहीं होने दिया। मैंने इसे पास कराने के लिए राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलामनबी आजाद से 5 बार आग्रह किया लेकिन उन्होंने ऊपर से बात करने की बात कहकर इसे टाल दिया। फिर कांग्रेस ने कहा कि इसपर बाकी पार्टियों की भी राय ली जाए।’ कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के होने बाद भी महिलाओं पर दमनकारी तीन तलाक चलता रहा और वह चुप रहीं।
प्रसाद ने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी जैसी एक वरिष्ठ महिला नेता और कांग्रेस की मुख्य लीडर होने के बाद भी वोटबैंक की राजनीति के कारण अमानवीय तीन तलाक को खत्म करने के लिए संसद से कानून बनाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि कई मुस्लिम मुल्कों में तीन तलाक पर रोक है लेकिन भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र होते हुई भी इसपर रोक नहीं लगा पा रहा था। कांग्रेस ने वोटबैंक की राजनीति के कारण इसे रोका।