प्रतापगढ़ में चल रहा धर्मान्तरण का बड़ा खेल, ईसाई मिशनरी है सक्रिय
प्रतापगढ़ — यूपी के प्रतापगढ़ जिले में ईसाई मिशनरी सक्रिय हैं। सांगीपुर इलाके के नौबस्ता गाँव में अन्धविश्वास, झाड़-फूंक और इलाज के नाम पर धर्म परिवर्तन का बड़ा खेल खेला जा रहा है।
उनके इस कार्य में स्थानीय स्तर पर सक्रिय जति विशेष के छुटभैये मठाधीश भी शामिल हैं। हालत यह है कि हिन्दू धर्म के दर्जन भर से अधिक परिवारो के लोगो ने ईसाई पूजा पद्धति को अपना लिया है। घरों में प्रभु यीशु की फोटो लगाकर और क्रास पहनकर ईसाई धर्म की उपासना पद्धति को अपना लिया है।
रविवार और गुरूवार को इलाके के जेठवारा इलाके के पाण्डेय का पुरवा गाँव में प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए सांगीपुर इलाके के नौबस्ता गाँव समेत दर्जनों गाँवों के सैकड़ो लोग इस प्रार्थना सभा में शामिल होते हैं। पाण्डेय का पुरवा गाँव में पादरी राजेश सिंह झाड़ फूंक कर इलाज करता है। वह प्रार्थना सभा आयोजित करता है और फिर प्रलोभन और अन्धविश्वस के सहारे लोगो को ईसाई धर्म ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया जाता है। उसके इस काम में नौबस्ता गाँव का राम कैलाश वर्मा शामिल है। राम कैलाश वर्मा स्थानीय लोगो को प्रार्थना सभा में शामिल कराने के लिए ले जाता है।
सूत्र बताते हैं कि राम कैलाश जैसे लोगो के लिए ईसाई मिशनरियां लाखों रूपये खर्च करती हैं। जो स्थानीय स्तर पर ग्रामीणों में ईसाई धर्म और पूजा पद्धति का प्रचार करते हैं। ईसाई मिशनरियो की इस गतिविधियो से स्थानीय लोगो में भी आक्रोश है। उनका कहना है कि मंदिर पर लोगो ने आना बन्द कर दिया है। प्रभु ईसू का दरबार लगाकर लोगो को धर्म के प्रति प्रेरित किया जाता है। अन्धविश्वास और पैसे का प्रलोभन के साथ झाड़ फंक का सहारा लेकर लोगो का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा।
उनका कहना है कि नौबस्ता गाँव के ही राधे श्याम वर्मा और राम कैलाश वर्मा समेत कईयो ने ईसाई धर्म ग्रहण कर लिया है। जबकि दर्जन भर से अधिक मौर्या और वर्मा विरादरी के परिवारो ने ईसाई उपसना पद्धति को ग्रहण किया है। वे प्रार्थना सभा में शामिल होते हैं। गाँव में मीटिंग कर ईसाई होने के फायदे बताने वाले मिशनरियो और पादरी की मीटिंग कराते है। गाँव में इस मामले को लेकर कई बार पंचायत हुई लेकिन कोई नतीजा नही निकला।
(रिपोर्ट-मनोेज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)