देश के भविष्य से सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की जगह कराया जाता है काम !
फर्रूखाबाद– यूपी सरकार ने खूब पढ़ो-खूब बढ़ो विशेष अभियान चलाती रहती है। लेकिन इस अभियान का फर्रुखाबाद शिक्षा विभाग खुद ही पलीता लगाता हुआ नजर आ रहा है।
प्राथमिक विद्यालयों में वैसे तो बच्चों की संख्या काफी कम रहती है। लेकिन जो बच्चे शिक्षा का उद्देश्य लेकर प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने के लिए पहुंचते हैं तो उन्हें अध्यापक शिक्षा देने की बजाय अपने कार्यों पर लगा देते हैं। ऐसा ही कुछ नजारा कमालगंज विकास खण्ड में चल रहे रघोल प्राथमिक विद्यालय में देखने को मिला। प्राथमिक विधालयो में बच्चो से सफाई कर्मचारियों बाला काम लगातार कराया जा रहा है।अभी पिछले महीने तत्कालीन एसडीएम इशांत प्रताप ने एक शिक्षक को निलंबित भी कर दिया था।लेकिन इस क्षेत्र के जो शिक्षक या शिक्षिका है उनकी मानसिकता में बदलाव नही देखा जा रहा है।रोजाना किसी न किसी प्राथमिक विधालय में बच्चे पढाई के स्थान पर काम करते नजर आ जायेंगे।
इस विकास खण्ड के बहुत से स्कुलो में बच्चो की सफाई से लेकर कूड़ा फेकने की ड्यूटी लगा दी गई है।वह गरीब छात्र भी अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए सफाई के साथ तसले में कूड़ा भरकर फेकते है।जब इस कार्य को लेकर स्कूल के शिक्षकों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि हम किसी छात्र से सफाई करने के लिए नही कहती फिर जिसको साफ जगह बैठना होगा वह सफाई करेगा।इस प्रकार के बच्चो से काम कराने को लेकर बीएसए से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि जानकारी मिली है उसकी जांच कराकर दोषी शिक्षक के ऊपर कार्यवाही की जायेगी।स्कूल में बच्चे पढ़ने आते है सफाई करने के लिए नही आते है।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)