श्रावस्ती– यूपी का श्रावस्ती जिला जहां एक तरफ बाल विवाह के मामले में प्रदेश में पहले पायदान पर है वहीं अब भी लोग बाल विवाह जैसी कुरीति से बाहर नही निकल पा रहे हैं।
ताजा मामला बुधवार देर शाम देखने को मिला। जहां जिले के तीन स्थानों पर हो रहे बाल विवाह की सूचना मिलने पर पहुंचे प्रोबेशन विभाग के अफसर और एसडीएम सहित पुलिस ने सभी बाल विवाह रुकवाए और लड़की पक्ष तथा लड़के पक्ष के पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जिनके खिलाफ जिला प्रोबेशन अधिकारी की तहरीर पर बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
दरअसल बाल विवाह के मामले में श्रावस्ती जिला प्रदेश में पहले पायदान पर है। इसी कुरीति के चलते कम उम्र में शादी और कम उम्र में मां बनने की वजह से मातृ और शिशु मृत्यु दर की संख्या भी सबसे अधिक है। उसके बाद भी जागरूकता के अभाव में लोग बाल विवाह करने से पीछे नही हट रहे हैं।
ताजा मामला बुधवार देर शाम देखने को मिला जहां सोनवा थाना क्षेत्र के बेड़सरा गांव निवासी माता प्रसास अपनी बेटी का बाल विवाह थाना क्षेत्र के ही रामपुर त्रिभौना निवासी दीपू के साथ कर रहा था। वहीं दूसरी ओर थाना क्षेत्र के ही नरायनपुर गांव निवासी शिव कुमार की शादी गिलौला थाना क्षेत्र के कोरियन पुरवा गांव में तय हुई थी। बुधवार को बारात चलने की तैयारी हो रही थी। तभी इसकी सूचना किसी ने एसडीएम इकौना को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम इकौना राजेश मिश्रा, सीओ तारकेश्वर पांडेय और प्रोबेशन विभाग के अफसरों ने बाल विवाह को रुकवाया। और पुलिस ने लड़की तथा लड़के के पिता को हिरासत में ले लिया।
वहीं जिला प्रोबेशन अधिकारी चमन सिंह की तहरीर पर लड़की पक्ष और लड़के पक्ष के पिता के खिलाफ बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत सोनवा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं तीसरा बाल विवाह भिनगा कोतवाली क्षेत्र के गोलउत पुर में हो रहा था। जहां गोलउतपुर गांव निवासी त्रिलोकी यादव अपनी नाबालिक बेटी का विवाह इकौना थाना क्षेत्र के लौकिहा गांव निवासी रामकुमार के साथ कर रहा था। जिसकी बुधवार देर शाम बारात आनी थी। तभी सूचना पर पहुंचे प्रोबेशन विभाग के अफसर और भिनगा कोतवाली प्रभारी दद्दन सिंह ने बाल विवाह को रुकवाया। और प्रोबेशन अधिकारी की तहरीर पर मामला दर्ज किया गया।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक, श्रावस्ती)