मासूम बच्चे का महिला कांस्टेबल ने किया था अपहरण, पहुंची सलाखों के पीछे…

मासूम के अपहरण में गिरफ्तार हुई महिला पुलिसकर्मी, सहकर्मियों ने कहा नहीं हुआ आश्चर्य, थाने में सब बनाते थे उससे दूरी

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यूपी के कन्नौज जिले मे मासूम बच्चे के अपहरण के मामले में गिरफतार महिला आरक्षी (महिला कांस्टेबल) मीरा देवी को जेल भेज दिया गया है. उसके खिलाफ पुलिस के उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भी भी भेज दी गई है.

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दरअसल बच्चे के अपहरण मामले में सुर्खियों मे आई इटावा जिले के बकेवर थाने की प्रधान आरक्षी मीरा देवी के बारे में पता चला है कि उसकी बदजुबानी से हर कोई तंग था.

पूरे स्टाफ ने बना रखी थी दूरी… 

मिली जानकारी के मुताबिक 9 फरवरी को ही महिला कांस्टेबल मीरा देवी की पुलिस लाइन से बकेवर थाने मे तैनाती की गई थी. कन्नौज के सौरिख में चार साल के आयुष को अगवा करने में आरोपित प्रधान आरक्षी मीरा देवी की बदजुबानी की वजह से पूरा स्टाफ उससे दूरी बनाने में ही भलाई समझता था.

स्टाफ का कहना है कि बात अच्छी हो या बुरी, उसकी जुबां पर हरदम गाली और चेहरे पर क्रूरता का भाव ही उसकी पहचान बन गई थी. जब उसका नाम मासूम को अगवा करने के मामले में चर्चा में आया तो स्टाफ के किसी साथी को आश्चर्य नहीं हुआ.

पुलिस ने कानपुर से मासूम को किया था बरामद

पति से झगड़कर पुलिस को ही कठघरे में खड़ी करने वाली मीरा पहले भी सुर्खियों में आ चुकी है. आरक्षी मीरा देवी 13 फरवरी को एक समन तामील कराने के लिए कन्नौज जिले के सौरिख के लिए गई थी, जहां वह मासूम आयुष को अगवा करते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी.

सौरिख थाना पुलिस ने मासूम अगवा होने की घटना में तत्परता दिखाई और अगवा मासूम को कानपुर के बर्रा-5 से बरामद कर उसके माता-पिता को सुपुर्द कर दिया.

बता दें कि सौरिख के मोहल्ला आंबेडकर नगर के नगरिया महादेव निवासी सानू का चार वर्षीय पुत्र कांस्टेबल मीरा देवी ने उस समय अगवा कर लिया था, जब बच्चा अपने पिता के घर से बाहर निकलते हुए पीछे निकल आया था. बच्चे की बरामदगी के साथ अपहरण में आरोपित महिला कांस्टेबल मीरा देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.

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हाल ही हुआ था इटावा ट्रांसफर

मीरा देवी 10 वर्ष तक कानपुर शहर के बर्रा थाने में तैनात रहने के बाद स्थानांतरित होकर इटावा आई थी. जहां से उसकी पहले बिठौली थाने में तैनाती मिली, उसके बाद कचहरी सुरक्षा और भरेह थाने में तैनात रही.

ऐसा बताया गया है कि कानपुर देहात के राजपुर की रहने वाली मीरा देवी किशोरावस्था में स्थानीय स्तर पर राजनीति करती रही. मीरा 1997 में पुलिस सेवा में आई. 2001 में उसकी शादी कानपुर निवासी जितेंद्र उर्फ बऊआ चक के साथ हुई, जो मटन का व्यवसायी है.

पति पर सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगाई थी चर्चा में

तीन बच्चों की मां मीरा देवी की पति के साथ अनबन रही. इसी के चलते कानपुर के बर्रा थाने में उसके खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ.

लॉकडाउन के दौरान वह तब चर्चा में आई जब उसने अपने पति पर सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगाते हुए खुद को न्याय न मिलने पर कानपुर पुलिस को भी आरोपों के कठघरे में खड़ा कर मीडिया में सुर्खियां बटोरी थीं.

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