प्रधान व सचिव का तुगलकी फरमान,- ‘शौचालय नहीं तो राशन नहीं’ !
जालौन– ग्राम प्रधान एवं सचिव का तुगलकी फ़रमान देखने को मिला। जहां प्रधान ने कुछ सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर एक फरमान जारी कर दिया है।
जिसमें कहा गया कि जिन लाभर्थियों को स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत बनाये जाने वाले शौचालयों का लाभ मिला है और जिन्होंने अभी तक शौचालय नहीं बनवाये है उनका सरकारी खाद्यान बंद कर दिया जायेगा और इसके लिये प्रधान व सचिव ने बकायदा उनके विरुद्ध सूची जारी करते हुए सम्बन्धित खाद्यान बॉटने वाले कोटेदार के यहां चस्पा कर दी है। जहां राशन लेने पहुंच रहे पात्र लाभर्थियों को कोटेदार के यहां से बैरंग लौटना पड़ रहा है। वहीं जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी ग्राम प्रधान और सचिव के इस फरमान को जनहित का कार्य बता रहे हैं। वहीं जब मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में पहुंचा तो उन्होंने कार्यवाही की बात कही।
मामला जालौन के डकोर विकास खंड क्षेत्र के मुहम्मदाबाद गाँव का है। जहां के ग्राम प्रधान सुनीता तिवारी व ग्राम पंचायत अधिकारी ने शौचालय बनवाने के लिए ग्रामीणों पर तुगलकी फरमान थोपा है। गाँव में ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनकी सूची सरकारी खाद्यान की दुकान पर चस्पा की गई है। जिन्होंने शौचालय के लिए धनराशि मिलने के वावजूद शोचालय नहीं बनवाये थे। सूची चस्पा होने के बाद राशन लेने पहुंचे लोगों को कोटेदार द्वारा बिना राशन दिए वापस लौटाया जा रहा है। जबकि शासन ने इस सम्बन्ध में कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किये हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि उनका नाम सूची में डालकर कोटेदार के यहां चस्पा कर दिया है और कोटेदार उन्हें राशन नहीं दे रहा है जिससे उनके घर में चूल्हे नहीं जल रहे है। इस फरमान से ग्रामीणों में आक्रोश है। वही ग्राम प्रधान व सचिव की इस कारगुजारी को डकोर के खंड विकास अधिकारी सुदामा शरण जनहित का कार्य बता रहे हैं। डकोर के खंड विकास अधिकारी सुदामा शरण ने मामले को लेकर बताया कि ग्राम प्रधान व सचिव द्वारा ऐसे ग्रामीणों को चिन्हित कर उनका राशन रोका गया है जिन्होंने शौचालय की धनराशि मिलने के वावजूद भी शौचालयों का निर्माण नहीं कराया था। उनके द्वारा ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया था। कार्य कराने के लिए यह कार्य जनहित में किया गया है।
जब मामला उच्चाधिकारियों के पास आया तो मामले को लेकर जालौन के डीपीआरओ अभय यादव ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है वह सम्बन्धित कोटेदार, ग्राम प्रधान व सचिव को नोटिस भेजकर कारवाही करेंगे। वही अपनी इस कारगुजारी को लेकर ग्राम प्रधान, सचिव मीडिया के सामने ही नहीं आये।
(रिपोर्ट- अनुज कौशिक , जालौन )