एक दिन की एसडीएम बनी 12वीं की छात्रा चांदनी
बुलंदशहर– जिस तरह से फिल्म नायक में अनिल कपूर एक दिन के सीएम बने थे ; ठीक उसी तरह से 12वीं की छात्रा चांदनी ने भी एक दिन की एसडीएम बनकर नगर पालिका परिषद एवं तहसील का औचक निरीक्षण कर फरियादियों की शिकायतें सुनीं।
छात्रा चांदनी ने शिकायत मिलने पर लेखपाल को फटकार लगाई और नायब तहसीलदार को भेजकर अवैध दुकान को ध्वस्त भी कराया। 10वीं की छात्रा ऋषिका उनके साथ सहायक एसडीएम के रूप में मौजूद रहीं। एकेपी इंटर कालेज में पढ़ने वाली खुर्जा के मोहल्ला मालपुर निवासी 16 वर्षीय चांदनी शर्मा पुत्री मुन्नालाल शर्मा ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह अपने ही शहर में एक दिन की एसडीएम बनकर जनता की सेवा करेंगी। बताते चलें कि एसडीएम खुर्जा आईएएस पुलकित गर्ग ने एकेपी इंटर कालेज में भाषण प्रतियोगिता आयोजित कराकर प्रथम स्थान पाने वाली छात्रा चांदनी शर्मा को एसडीएम व द्वितीय स्थान पर रहीं ऋषिका शर्मा निवासी ग्राम बिचौला को सहायक एसडीएम के रूप में चुना। उन्होंने आरके कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इसके बाद चुनाव कार्यालय, अमीन कार्यालय का निरीक्षण किया। फिर सीधे टीम के साथ नगर पालिका पहुंची। जहां, एक महिला कर्मचारी के रिटायरमेंट कार्यक्रम का हिस्सा बनीं और 12 लाख रुपये की कीमत से बनने वाले पब्लिक शौचालय के अंतिम नक्शे पर मुहर लगाई। पुन: तहसील पहुंचीं जहां एक लेखपाल के विरुद्ध भ्रष्टाचार का मामला सामने आया, जिस पर लेखपाल को मौके पर बुलाकर जमकर फटकारा। इसी बीच ककराला स्थित नाले पर बनी अवैध दुकान की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए नायाब तहसीलदार विपिन कुमार को भेजकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कराई।
चांदनी शर्मा एवं ऋषिका शर्मा ने बताया कि 31 जनवरी 2018 उनकी जिंदगी का सबसे यादगार दिन बन गया है। वह कभी भी इस दिन को नहीं भुला पाएंगी। उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह खुर्जा की एक दिन की एसडीएम बनेंगी। ऐसा होने से परिवार में हमारा रूतबा बढ़ गया है। सफाई, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण पर दिया जोर चांदनी शर्मा एवं ऋषिका शर्मा ने औचक निरीक्षण के दौरान स्वच्छता पर विशेष जोर देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि छोटे स्तर से लेकर बड़े स्तर तक सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला साशक्तिकरण के क्षेत्र में बहुत काम करने होंगे। दिल में जगी प्रशासनिक अफसर बनने की आस चांदनी, ऋषिका ही नहीं बल्कि सुनने वाले हर छात्र-छात्रा के मन में प्रशासनिक अधिकारी बनने की उमंग जगी। पूछने पर दोनों छात्राओं ने बताया कि वह अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगी।
( रिपोर्ट -अनिल कुमार , बुलंदशहर )