नकल विहीन परीक्षा के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने कसी कमर
महोबा — नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह कमर कस चुकी है । सीसीटीवी कैमरे के साये में 10वीं और 12वी की परीक्षाये निपटाने के बाद अब स्नातक की भी नकलविहीन परीक्षाएं कराये जाने के लिये..
आज झाँसी से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के वॉइस चान्सलर सहित तीन सदस्यीय टीम ने महोबा जिले के परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया । वॉइस चान्सलर के औचक निरीक्षण से परीक्षा केंद्रों में हड़कम्प मच गया । निरिक्षण के दौरान जनपद के दो महाविद्यालयों में अनिमियताओं की शिकायत पर कार्यवाही की बात कही गई है।
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा प्रदेश में नकलविहीन परीक्षा कराने को लेकर काफी संजीदा हैं । इसी के चलते डिप्टी सीएम ने प्रदेश के सभी परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए थे । डिप्टी सीएम के इस निर्देश के बाद प्रदेश में सक्रिय नकल माफियाओं के होश उड़ गए थे । अब स्नातक की परीक्षाओं में भी सख्ती के बाद नकलमाफिया खासे परेशान नजर आ रहे है । पहली बार स्नातक के परीक्षा केंद्र बदले गए है ।
केवल महिला विद्यालयों में ही स्वकेंद्र परीक्षा करायी जा रही है । शासन की सख्ती का इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बुंदेलखंड विश्व विद्यालय के वाइस चांसलर डॉ० सुरेंद्र दुबे खुद बुंदेलखंड के जनपदों में जाकर नकलविहीन परीक्षा को लेकर स्थलीय निरीक्षण कर रहे है ।झाँसी,हमीरपुर और जालौन के निरीक्षण के बाद आज महोबा जनपद पहुंचे । उन्होंने जनपद के परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया साथ ही परीक्षा केंद्रों में जाकर सीसीटीवी कैमरों को भी जांचा परखा ।
महाविद्यालयों के औचक निरीक्षण में उन्हें दो महाविद्यालयों में अनिमितताओं की शिकायत के साथ नक़ल होने की बात सामने आई है।अपने निरीक्षण के दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झाँसी से सम्बद्ध महोबा,हमीरपुर,ललितपुर और जालौन के 7 महाविद्यालयों नकल रोकने में असफल नजर आये है इनके खिलाफ कार्यवाही को लेकर शासन को पत्र लिख चुके हैं । इन सबके खिलाफ बड़ी कार्यवाही के सन्देश दिए है। नकल रोकने में नाकाम कुल 7 महाविद्यालयों जिसमे महोबा के 2 हमीरपुर के 4 और जालौन जिले का एक विद्यालय है । इन सभी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी ।
(रिपोर्ट- तेज प्रताप सिंह,महोबा)