रिश्वत लेता ‘BDO’ हुआ कैमरे में कैद, देता था नौकरी से निकालने की धमकी

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एटा– जिले में भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का वादा करने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना अधूरा होता नजर आ रहा है। जिले के अलीगंज ब्लॉक में तैनात खंड विकास अधिकारी(BDO) अलीगंज भगवान सिंह चौहान एक रोज़गार सेवक से उसकी नौकरी बचाने के एवज़ में अपने कार्यालय में खुलेआम रिश्वत लेते हुए मीडिया के कैमरे में कैद हो गए।

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वही इस घटना के बाद से जिले अधिकारियो पर सवाल उठता है कि रिश्वत लेने की शिकायत के बाद भी आरोपी रिश्वतखोर बीडीओ पर अबतक कार्रवाई क्यो नही हुई ?  वीडियो में जो शख़्स रुपये देते दिख रहा है वह ग्राम विजयपुर का रोज़गार सेवक पुष्पेंद्र है और जो साहब रिश्वत ले रहे हैं वो जनपद एटा के अलीगंज ब्लॉक के खण्ड विकास अधिकारी (बीडीओ) भगवान सिंह चौहान हैं।

दरअसल अलीगंज ब्लाक में कई ग्राम प्रधानों और रोज़गार सेवकों ने खण्ड विकास अधिकारी भगवान सिंह पर रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं इसी के चलते ग्राम विजयपुर के पीड़ित रोज़गार सेवक पुष्पेंद्र सिंह पुत्र शेर सिंह का कहना है कि  उक्त बीडीओ ने ग्राम प्रधान से मिलकर मेरी झूठी शिकायत करवाई मेरे प्रपत्रों की जांच करवाई जब जांच में सब सही पाया गया तो शासन को लिख कर भेज देने की धमकी दी झूठे मुकदमे में फंसा देने की धमकी दी गई।

फिर मुझसे 70,000 रुपयों की मांग की गई। जब रोजगार सेवक ने असमर्थता जताई तो उसकी नौकरी लेने तक कि धमकी दे डाली, उक्त रोज़गार सेवक का कहना है कि मैने बीडीओ साहब से बहुत मिन्नतें कीं बहुत गिड़गिड़ाया पर बीडीओ भगवान सिंह चौहान का दिल नहीं पसीजा और 50 हजार रुपये ले लिए, और अब भी वो सीडीओ और डीडीओ के नाम से 20 हजार की और मांग कर रहा है।

इन लोगों से भी ले चुका है रिश्व्त

इसी आशय का आरोप रोज़गार सेवक संघ अलीगंज के अध्यक्ष इंद्र सिंह ग्रामपंचायत हत्सारी ने भी लगाया है। उनसे बीडीओ भगवान सिंह चौहान ने 1 लाख रुपयों की मांग यह कह कर की कि तुमने बहुत पैसा कमाया होगा, पैसा न दे पाने की स्थिति में उल्टा लटका देने की धमकी दे डाली, बार-बार रुपयों की मांग करने से आज़िज़ आ कर रोज़गार सेवक ने उक्त बीडीओ को 30,000 रुपये दे दिए इसके बाद फिर बकाया रुपयों के लिए उस पर दवाब बनाया गया तो रोज़गार सेवक अध्यक्ष इंद्र सिंह ने आगरा विजिलेंस (भृष्टाचार निवारण संगठन) में बीडीओ भगवान सिंह शिकायत की। जांच आई लेकिन उन अधिकारियों ने भी कोई एक्शन नहीं लिया।

एक रोजगार सेवक विपिन ने तो यहां तक कह दिया कि मुझसे बीडीओ भगवान सिंह ने रुपये मांगने के साथ साथ अपने आपको अय्यास बताते हुए उनके पास लड़कियां लाने तक की बात कह डाली और कहा कि अभी तो मैं जवान हूँ। इसके बाद रोज़गार सेवक विपिन ने बताया कि मेरी लेबर से मेरी झूठी शिकायत करवाई और जांच के फंसा देने की कह कर 50,000 रुपयों की मांग की परेशान रोज़गार सेवक ने यह बात रोज़गार सेवक अध्यक्ष इंद्र सिंह को बताई तो उन्होंने ने भी कहा कि बीडीओ भृष्ट है रुपये दे कर पीछा छुड़ाओ। तब उक्त रोज़गार सेवक विपिन ने 20,000 रुपये बीडीओ को दिए। 

इसके बाद बकाया रुपयों के लिए बीडीओ ने दवाब बनाया उसी दौरान रोज़गार सेवक विपिन का पुत्र बीमार पड़ गया जिसे एटा में इलाज चला रोज़गार सेवक ने पुत्र के बीमार होने की दुहाई दी और कहा कि मेरे पास अभी इतना पैसा नहीं है तो बीडीओ ने कहा कि अपनी पत्नी से कहना कि नहा धो कर हमारे पास आ जाये, देखिये किस तरह से अफसर साही का गिरता हुआ चेहरा सामने आया है।

अब देखने की बात ये होगी कि इस बीडीओ पर कार्रवाई हो पाती है या नही। कई रोज़गार सेवकों ने आरोप लगाए हैं कि खण्ड विकास अधिकारी भगवान सिंह चौहान अपने विभिन्न माध्यमों से पहले झूठी शिकायतें करवाते हैं फिर उन पर कार्रवाई करने का भय दिखा कर पैसा देने के लिए दवाब बनाते हैं।

(रिपोर्ट-आर.बी. द्विवेदी, एटा)

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