शर्मनाकः ज़िला महिला अस्पताल में फर्श पर हुआ प्रसव, नवजात की मौत
बहराइच–केन्द्र सरकार से लेकर प्रदेश सरकार तक आम जनमानस को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नित नए अस्पताल और मेडिकल कालेज खोल रही है ।
उसी कड़ी में बहराइच में भी 100 बेड का नया महिला अस्पताल बन कर तैयार हो गया है और उसमें स्वास्थ्य सेवाएं शुरू हो गई हैं लेकिन अस्पताल स्टाफ की उदासीनता के कारण गर्भवती महिलाओं की भी स्टाफ समय से सुध नहीं लेता है ।नतीजतन महिलाओं को फर्श पर बिना प्रशिक्षित स्टाफ की देख-रेख के बच्चे को जनना पड़ जाता है। ताज़ा मामला बहराइच के रिसिया इलाके की एक महिला का है जब उसे लेबर पेन उठी तो घर वाले अस्पताल लेकर आये लेकिन घण्टों अस्पताल के स्टाफ ने कोई सुध नहीं ली तो महिला फर्श पर तड़पने लगी और फर्श पर ही बच्चे का जन्म हो गया। परिजनों का कहना है इलाज न होने के कारण कुछ समय बाद बच्चा मर गया जबकि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जो वहाँ मौजूद भी नहीं थीं उनका कहना है बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ।
रिसिया इलाके के शंकरपुर की रहने वाली सरिता त्रिपाठी जब लेबर पेन महसूस हुई तो वह अपने पति कौशलमल त्रिपाठी और परिवार के साथ ज़िला अस्पताल बहराइच पहुँची लेकिन अस्पताल में उसका पति और उसके परिवार वाले ऐडमिड कराने के लिए चक्कर काटते रहे लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी। दर्द से कराह रही महिला ने फर्श पर बच्चे को जन्म दे दिया। इस घटना के बाद जब मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मधु गैरोला से मीडिया बात कर रही थी तो वह अपनी सफाई देने लगी। इस पर लड़की का पिता दिनेश त्रिपाठी खफा हो गया और CMS से उसकी बहस भी हो गई।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक, बहराइच)