क्रिकेट के मैदान पर अंपायरों का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहता है। दरअसल, किसी भी खेल के मैदान पर अंपायर बहुत जरूरी होता है। क्योंकि एक अंपायर ही होता है जो खेल को पूरी ईमानदारी के साथ सफल होने में अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में बेहद जरूरी होता है कि किसी भी खेल का अंपायर हो वह उसमें पूरी तरह से निपुण हो। वहीं बीसीसीआई ने अंपायरों की भर्ती के लिए एक टेस्ट लिया। जिसमें कुल 140 लोगों ने भाग लिया था। लेकिन इसमें सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली यह थी कि 97% लोग फेल रहे।
बीसीसीआई द्वारा इंटरव्यू के दौरान पछे गए सवाल:
बता दें कि बीसीसीआई ने अपने इंटरव्यू के दौरान कैंडिडेट्स से सवाल किया था कि, अगर पवेलियन के किसी हिस्से पर पेड़ या फील्ड की परछाई पिच पर पड़े और बल्लेबाज आपसे शिकायत करें तो आप क्या फैसला लेंगे?
सही जवाब- पवेलियन या पेड़ की परछाई से मैच में कोई फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन फिर भी फील्डर को स्थिर रहने के लिए कहा जा सकता है।
दूसरा सवाल- गेंदबाज की चोट सही है और अगर पट्टी हटाते हैं तो खून निकलने लगे। इसके बाद भी क्या आप गेंदबाज को टेप हटाकर गेंदबाजी करने के लिए कहेंगे?
सही जवाब- अगर गेंदबाज को बॉलिंग करनी है तो टेप हटाना जरूरी है।
तीसरा सवाल- बीसीसीआई ने अंपायर टेस्ट दे रहे कैंडिडेट से सवाल किया कि बल्लेबाज ने अगर कोई ऐसा शॉट खेला जो फील्डर के हेलमेट में अटक जाए और इसके बाद बॉल जमीन पर गिरने से पहले उसे कैच पकड़ लिया गया तो क्या आप आउट देंगे?
सही जवाब- बल्लेबाज नॉट आउट रहेगा।
आपको बता दें कि पिछले महीने अहमदाबाद में ग्रुप डी के मैचों की अंपायरिंग के लिए बीसीसीआई ने परीक्षा का आयोजन कराया था। जिसमें ग्रुप डी के तहत जूनियर महिला क्रिकेट और जूनियर पुरुष क्रिकेट को शामिल किया जाता है। वहीं इस स्तर के मैचों के लिए अंपायरों का टेस्ट लिया गया था। लेकिन उसमें केवल 3 लोग ही इस परीक्षा को पास कर पाए। दरअसल यही ग्रुप डी की अंपायरिंग ही आपके लिए नेशनल और इंटरनेशनल क्रिकेट में अंपायरिंग करने के दरवाजे खोलती है।
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