ज्योतिष के शुभ-अशुभ संकेत, जिसे गलती से भी नजरअंदाज न करें गर्भवती महिलाएं
गर्भावस्था एक खूबसूरत अहसास होता है, जिसे हर महिला महसूस करना चाहती है। हर मां-बाप सोचते हैं कि उसकी होने वाली संतान संस्कारी, बलवान, आरोग्यवान और दीर्घायु वाली हो। वहीं ज्योतिष शास्त्र में गर्भवस्था के दौरान कुछ उपाय बताए गए है जिसका ध्यान रखने पर पैदा होने वाली संतान गुणी और संस्कारी होती है। वैसे तो वैदिक ज्योतिष शास्त्र में जन्म से लेकर मृत्यु तक कई संस्कारों का वर्णन किया गया। जिनमें से पहला संस्कार गर्भधान का बताया गया है। प्रेगनेंसी के दौरान सभी महिलाओं को खास सावधानियां बरतनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को ऐसे काम नहीं करने चाहिए जिसका प्रभाव उनकी आने वाली संतान पर पड़े ।
ये भी पढ़ें..राजस्थानः गहलोत कैबिनेट का विस्तारः 3 महिला और 4 दलित विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल
महिलाएं भूलकर भी करें ये काम-
ज्योतिष के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान नौ महीने तक पति-पत्नी को ही दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोना चाहिए। दक्षिण दिशा में पैर रख कर सोने से अशुभ होता हैं।गर्भवती महिला के कमरे में पितरों की फोटो नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा कमरे में कोई भी हिंसक तस्वीर भी नहीं होनी चाहिए। जैसे महाभारत या फिर जंगली जानवर की फोटो।
गर्भावस्था के दौरान महिला को अपने बालों को खुला नहीं रखना चाहिए खास तौर पर सोते समय।
गर्भावस्था के दौरान जिस कमरे में महिला सोती है उसके बेड़ के नीचे टूटी फटी और पुरानी चीजें जमा नहीं होनी चाहिए।
गर्भवती महिला जरूर करें ये काम
गर्भावस्था के दौरान बच्चे को नकारात्मक शक्तियों से बचाने के लिए कमरे में मोर पंख रखना शुभ माना जाता है।
गर्भवती महिला के कमरे में भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप की फोटो या मूर्ति जरूर रखनी चाहिए। गर्भवस्था के दौरान कमरे में बाल गोपाल की फोटो बार-बार देखने से गर्भवती महिला का मन प्रसन्न रहता है और बच्चा भी सुंदर होता है।
नकारात्मक शक्तियों से बचने के लिए गर्भवस्था के दौरान पूरे घर पर पीले चावलों से छिड़काव करना चाहिए। ज्योतिष में पीले चावल को मंगल का सूचक माना जाता है, ऐसे करने से बच्चे और मां पर नकारात्मक शक्तियों का असर नहीं होता है।
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला के कमरे में सफेद और हल्के रंगों का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए। सफेद रंग को सुख-समृद्धि और शांति का प्रतीक माना जाता है। हल्के रंगों से गर्भवती महिला के मन और सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिससे सेहतमंद बच्चे का जन्म होता है।
ऐसी मान्यता है कि गर्भावस्था के दौरान नकारात्मक शक्तियां सबसे ज्यादा मां और बच्चे की ओर आकर्षित होती है इसलिए तांबे या लोहे की चीजें पास में रखनी चाहिए।
ये भी पढ़ें..प्यार की सजा: पापी पिता ने बेटी से पहले पूछा- शादी क्यों की? फिर किया रेप और मार डाला
ये भी पढ़ें.. ढ़ाबे पर थूक लगाकर रोटी बनाता था ये शख्श, वीडियो हुआ वायरल
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं…)