आक्रोशित वकील हुए बेकाबू, जाम किया जीटी रोड
एटा–जनपद एटा में 22 दिन से चल रही वकीलों की अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे वकील बेकाबू हो गए और आक्रोशित होते हुए वकीलों ने आज एनएच-91 हाईवे 1 घण्टे तक रोड जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आपको बता दें कि ये पूरा मामला जनपद एटा के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के जीटी रोड स्थित पूर्व सचिव राकेश यादव के पुत्र पर हुए जानलेवा हमले और लूट को लेकर 22 दिन से आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने आज पुलिस कार्यालय से लेकर एनएच-91 हाईवे तक पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जुलूस निकालकर जीटी रोड जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। वही अधिवक्ता उक्त नामजद दर्ज मुकदमे में नामदर्ज दो आरोपियो की तुरंत गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन प्रशासन नामजद में से 3 लोगों की गिरफ्तारी कर मामले को ठंडे बस्ते में दफन किए हुए थी।
इसी को लेकर आक्रोशित वकीलों ने आज जमकर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के विरुद्ध भड़ास निकाली और शीघ्र शेष रहे अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग की, आज के जुलूस का नेतृत्व वरिष्ठ अधिवक्ता अमित पचौरी व अलीगंज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा व जलेसर वार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज जैन के नेतृत्व में भारी संख्या में अधिवक्ताओं ने जीटी रोड पर जाम लगा दिया और गिरफ्तारी किये जाने को लेकर एनएच-91 हाईवे, पीएनबी बैंक तिराहे पर धरने पर बैठ गए और जमकर पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए।
पीड़ित अधिवक्त्ता राकेश यादव ने बताया कि वकील पर हमला करने के नामजद आरोपियों में से अभी दो मुख्य आरोपी रामजी और नरेश उर्फ कल्लू गुप्ता को पुलिस जानबूझकर गिरफ्तार नहीं कर रही है। जबकि वकील बीते 22 दिनों से शांति पूर्ण ढंग से हड़ताल पर बैठे हुए हैं। अगर पुलिस ने शीघ्र गिरफ्तारी नहीं की तो यह आंदोलन अन्य जनपदों में भी शुरू हो जाएगा हमें अन्य जनपदों के वकीलों का भी समर्थन प्राप्त हो रहा है।
मामले को ज्यादा बिगड़ते देख जिला और पुलिस प्रशासन बैकपुट पर आ गया और डीएम सुखलाल भारती और एसएसपी सुनील कुमार सिंह ने डीएम के सभागार कार्यालय में अधिवक्ताओं को बुलाकर डीएम और एसएसपी 1 सप्ताह में दोनों आरोपियो को गिरफ्तार करने का आश्वाशन देकर बीच का रास्ता निकाल इन कानून के बंदों को संतुष्ठ कर काम पर लौटने की अपील की और 22 दिन बाद हड़ताल तोड़ने की अपील की है जिसको वकीलों ने मान लिया और हड़ताल तोड़ दी है। यदि जिला प्रशाशन ने 1 सप्ताह में आरोपियों की गिरफ्तारी नही की तो 1 हफ्ते बाद फिर हड़ताल पर बैठने की बात कही है।
(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी, एटा)