Amphan: भयानक रूप ले रहा चक्रवात, इस तारीख को कर सकता है लैंडफाल
नई दिल्ली– बंगाल की खाड़ी में उठ रहे तूफान अम्फान (Amphan) कई राज्यों के लिए खतरा बन सकता है। मौसम विभाग के अनुसार इस समय देश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव है।
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इसके कारण देश के पहाड़ी क्षेत्रों जैसे, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के साथ ही पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मौसम बिगड़ सकता है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और पड़ोसी क्षेत्रों से उठा चक्रवाती तूफान अम्फान अगले 12 घंटे में खतरनाक रूप ले सकता है। दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी में करीब 1000 किलोमीटर की दूरी पर अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान में तेजी से वृद्धि हो सकती है। ओडिशा के तटीय इलाके और आसपास के क्षेत्र में तूफान की चेतावनी दी है।
इस चक्रवात के ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट से टकराने की आशंका है। ऐसे में ‘अम्फान’ के बढ़ते खतरे के देखते हुए एनडीआरएफ ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अपनी 17 टीम तैनात कर दी हैं। NDRF के महानिदेशक एस एन प्रधान ने एक वीडियो संदेश में कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ‘मुख्यालय से स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और हम राज्य सरकारों, भारत मौसम विज्ञान विभाग तथा सबंधित सभी एजेंसियों के संपर्क में हैं.’ उन्होंने कहा, ‘अम्फान बंगाल की खाड़ी में एक तीव्र चक्रवाती तूफान में तब्दील हो रहा है और संभवत: अगले 24 घंटों में यह अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान बन सकता है।’
थाईलैंड ने दिया तूफान अम्फान का नाम-
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में आने वाले समुद्री तूफानों के नाम रखने का सिलसिला 15 साल पहले यानी 2004 में शुरू हुआ। इसके लिए एक सूची बनाई गई। इस सूची में आठ देश शामिल हैं। आठ देशों को क्रमानुसार आठ नाम देने हैं। जब जिस देश का नंबर आता है तो उस देश की सूची में दिए गए नाम के आधार पर उस तूफान का नामकरण कर दिया जाता है। इनमें बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका और थाईलैंड शामिल हैं। हर देश ने आठ नाम दिए हैं। इस तरह कुल 64 नाम तय किए गए हैं। इस बार चक्रवाती तूफान के नामकरण की बारी थाईलैंड की थी। थाईलैंड ने इसका नाम अम्फान रखा है।
200 किलोमीटर प्रति घंटा से चलेंगी हवा की रफ्तार-
अम्फान तूफान आनेवाले दिनों में कितना घातक रूप ले सकता है इसका अंदाजा इसकी रफ्तार से लगाएं। बताया जा रहा है कि 19 मई तक इसकी रफ्तार 200 किलोमीटर प्रति घंटा की हो सकती है। इसकी वजह से ओडिशा, बंगाल में दो दिनों तक भारी बारिश भी होगी। 20 मई तक यह दोनों राज्यों को पार करेगा। चक्रवाती तूफान की गति और क्षमता को देखते हुए राज्य सरकार ने आज दिन में केन्द्र सरकार से अनुरोध किया कि वह अम्फान के रास्ते से होकर गुजरने वाली सभी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को अस्थाई रूप से स्थगित कर दे।
ओडिशा और बंगाल के समुद्री तटों पर ना जाएं-
तूफान के कारण दक्षिण और बंगाल की खाड़ी तथा अंडमान सागर में समुद्र की स्थिति खराब से बेहद खराब रहने वाली है, ऐसे में सरकार ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि वह 18 मई से लेकर समुद्र में या ओडिशा के समुद्री तटों पर ना जाएं। पश्चिम बंगाल के मछुआरों को भी चेतावनी दी गई है कि वे 18 से 21 मई के बीच बंगाल की खाड़ी या पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में ना जाएं।
ओडिशा के इन जिलों में चक्रवाती तूफान अपना असर दिखा सकता है-
यह तूफान अगले 48 घंटों में पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटवर्ती इलाकों से टकरा सकता है। जिसके असर से इन राज्यों में भारी बारिश और आंधी चलेगी। ओडिशा के तटवर्ती जिलों में प्रशासन को संभावित तूफान से बचाव के लिए तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं, जिनमें लोगों के लिए शेल्टर होम का निर्माण करना भी शामिल है। जिन जिलों में चक्रवाती तूफान अपना असर दिखा सकता है, उनमें जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर आदि शामिल हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को फिलहाल समुद्र में ना जाने की सलाह दी है।
अोडिशा में एनडीआरएफ की 10 टीमें तैनात-
ओडिशा के बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, पुरी, जगतसिंहपुर, जाजपुर और मयूरभंज जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 10 टीमें तैनात की गई हैं। 7 टीमें कटक में 3 एनडीआरएफ बीएन मुंडाली में हैं।
चक्रवात 20 मई को कर सकता है लैंडफाल-
भारत मौसम विभाग भुवनेश्वर, डायरेक्टर एच.आर.विश्वास ने बताया कि 20 मई की दोपहर से शाम के बीच अम्फान चक्रवात के पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के हातिया द्वीप के बीच में लैंडफाल कर सकता हैं। वहां चक्रवात भयानक रूप ले लेगा। चक्रवात के कारण ओडिशा में भारी वर्षा होगी और तेज आंधी चलेगी।
अगले कुछ घंटों में ले सकता है गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप-
समाचार एजेंसी पीटीआई ने गृह मंत्रालय के अधिकारी के हवाले से कहा कि अगले छह घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान में गंभीर औऱ तेजी आने की संभावना है और 12 घंटे के दौरान बहुत भयंकर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। यह सोमवार तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है और फिर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में उत्तर-पूर्व की ओर फिर से बढ़ेगा।