भोले को मनाने व गंगा जमुनी तहजीब बचाने उतरा जीशान अहमद, उठाई कांवर

फर्रुखाबाद–देश व प्रदेश में कई मुस्लिम नेता व उनके बेटे इस प्रकार के भाषण व पोस्ट डाल रहे है जिससे हिन्दू मुस्लिम आपस मे दंगा कर ले।1962 के दशक में एक फ़िल्म में गाना था जिसके बोल से न हिन्दू बनूगा न मुसलमान बनूगा इंसान की औलाद हूं।इंसान बनूगा।

उस गाने को सच्चाई में बदलने का काम भोलेपुर का युवा मुस्लिम जीशान कर रहा है। फर्रुखाबाद गंगा जमुनी तहजीब के लिए प्रिसिद  है उसी गंगा जमुनी तहजीब को जीवित रखने के लिए कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला भोलेपुर के रहने वाले जीशान पुत्र वाहिद अहमद लगातार तीन वर्षों से बाबा भोलेनाथ पर जल चढ़ाने जाता है उसका विरोध उसके समाज व धर्म के कई लोगो ने किया।लेकिन उसका मानना है कि भारत वर्ष में सबसे बड़ा धर्म  इंसानियत है।मुझको भोलेनाथ पर जल चढ़ाने से मन को शांति मिलती है मेरा सभी लोगो से यही कहना है कि आपस मे सभी लोग प्रेम पूर्वक रहे आपस मे झगड़ा नही करना चाहिए क्योंकि हम सभी ऊपर बाले की संतान है फिर जाति धर्म को लेकर नेताओ को कहने पर झगड़ा क्यो करते है।

जीशान ने फर्रुखाबाद के पांचाल घाट के गंगा घाट से कांवर लेकर गोला गोखरननाथ के लिए रवाना हुआ। वहा जल चढाने के बाद टनकपुर मां पूर्णागिरि मंदिर जाकर दर्शन करेगा।जीशान लगातार तीन सालों से भोले की कांवर चढ़ा रहा है।

(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)

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