एटा– योगी राज में बीजेपी के विधायक और नेता आये दिन अपनी ही सरकार में अधकारियों पर उनकी सुनवाई ना करने का आरोप लगाते रहे है। ऐसे बेबस नेताओ की फेहरिस्त में एक और नाम एटा जनपद से भी जुड़ गया है।
इस बार अधिकारियो की मनमानी का दुखड़ा रोने वाले बीजेपी के 5 बार के जिलाअध्यक्ष रहे व भाजपा के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश पांडे के भतीजे है। जो खुद भी संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य(RSS) की टीम में भी शामिल है। पुलिस अधिकारी से खुद को पीड़ित बताने वाले भाजपाई प्रदुमन्न का कहना है कि थाना अध्यक्ष एनके सिंह द्वारा काम के एवज में रिश्वत की मांग की जा रही है। जबकि थाना अध्यक्ष इन आरोपों को अवैध खनन में लगी बीजेपी नेता जी की JCB मशीन,व ट्रेक्टरों को जब्त करने की वोखलाहट बात बता रहे है।
खुल्लम खुल्ला जैथरा थानाध्यक्ष पर आरोप लगाने वाला यह युवा भाजपाई नेता प्रधुम्नं पांडेय है जो 2005 तक पूर्व में लगातार 5 बार बीजेपी के जिलाध्यक्ष रहने वाले नेता जयप्रकाश पांडे का भतीजा है। इस युवा भाजपाई ने पुलिस पर दवे छिपे आरोप नहीं लगाए बल्कि हाई वोल्टेज ड्रामे के साथ उस समय जैथरा थाना अध्यक्ष एन के सिंह को सबसे भ्रस्ट दरोगा कहा जब ग्राम स्वराज योजना के तहत सांसद,क्षेत्रीय विधायक और उपजिलाधिकारी के साथ क्षेत्राधिकारी भी मोंके पर मौजूद थे।
युवा भाजपा नेता का कहना था कि पहले भी उसने थानाध्यक्ष को 10 – 10 हजार की दो बार अपने इन हाथों से रिश्वत अपनी साख बचाने के लिए उस समय दी जब बीजेपी के एक कर्यकर्ता के पशु चोरी होने पर पुलिस मामला दर्ज नहीं कर रही थी; क्योंकि पार्टी की साख बचाने के लिए ही मुझे ही 10 हजार की रिश्व्त देनी पड़ी थी। वही इस दरोगा पर महीने में लाखों की रिश्व्त लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब मेरे गोदाम में खड़ी JCV मशीन और ट्रक्टरों को जब्त कर लिया गया है,जिनको छोड़ने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा है।
उत्तर प्रदेश की अपनी ही बीजेपी सरकार के पुलिसिया रवैये से आहत होकर युवा भाजपा नेता प्रधुमन्न पांडेय ने तो यहाँ तक कह दिया कि वह आत्महत्या तक करने की सोचने को मजबूर हो गया था, क्योंकि उसके ताऊ जी पूर्व में 2005 तक लगातार 5 बार वो एटा के कर्मठ भाजपा जिला अध्य्क्ष रहे। उनकी भी इस भ्रष्ठ दरोगा ने बात नही मानी। वही अधिकारियो के सामने ही घूस के आरोप का सामना कर रहे थानाध्यक्ष एन. के सिंह एक बार तो सकपका गए लेकिन बाद में उसने कहा कि JCB मशीन और ट्रेक्टर को खनन करते पकड़ा गया और सत्तापक्ष के नेता होने पर वह अपने मिलने वाले को बचाने के लिए ऐसा मेरे ऊपर झूठा आरोप लगा रहे है। वही जब इस पूरे मामले पर एएसपी संजय कुमार से बात हुई तो बताया कि इस समंध में दरोगा ने जेसीवी मशीन बन्द की थी उसी को लेकर कुछ विवाद हुआ था उसी को लेकर दरोगा पर भरस्टाचार का आरोप लगाया गया भ्रस्टाचार पर जीरो टोरोलेन्स है। लेकिन इस पर तथ्य चाहिए तथ्य के बिना कोई कार्यवाही नही हो सकती। वही भरस्टाचार का हवाला देते हुए भ्रष्ठ दरोगा पर कार्यवाही की बात कहते हुए कहा कि भाजपा नेता पर दरोगा के खिलाफ भ्रष्ठता का कोई ठोस सवूत नही है। आरोप तो कोई किसी पर भी लगा सकता है वाकी मामले की जाँच हो रही है।
(रिपोर्ट – आर. बी. द्विवेदी, एटा )