‘तुम लाख सुधारो पर हम न सुधरेंगें’ को सार्थक करता ये जिला अस्पताल…

एटा– उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को काफी सुधारने के प्रयाश क्यों ना करते हो लेकिन एटा में स्वास्थ्य महकमा सुधरने को तैयार नही है। स्वास्थ महकमे ने जैसे कसम ही खा रखी हो तुम लाख सुधारो पर हम नहीं सुधरेंगें।

ताजा मामला एक बार फिर एटा के जिला अस्पताल में देखने को मिला ; जहॉ जिला अस्पताल में सारी सुविधायें होने के बावजूद भी दूर दूर से आने वाले मरीजों को कोई भी सुविधायें उपलब्ध नहीं कराई जाती और अस्पताल कर्मी हाथ पर हाथ रखे अपने निजी कामो और मोबाइलों में वियस्थ हो जाते है लेकिन गरीब , लाचार, परेशान उस मरीज व तीमारदार की कोई नही सुनता और वो चिल्लाता रहता है। उसके बावजूद भी उसकी कोई सुनने वाला नही है।

थाना सकीट गॉंव इशारा पूर्वी के निवासी गोपी चन्द्र अपने 11 वर्षीय बेटे निकेता की गाँव मे रंजिश के चलते दबंगो ने पिटाई कर दी थी ; जिससे वो गंभीर घायल हो गया था और वो बेहोशी हालत में था और भारी सीने के दर्द से तड़प रहा था लेकिन उसकी किसी ने नही सुनी और पीड़ित पिता व ताऊ ने डॉक्टरों व अस्पताल कर्मियों से स्ट्रेचर की मिन्नतें की पर कोई सुनवाई नही की। तभी बच्चे को तड़फता देख ताऊ ने गोदी में  ले जाकर सर्जिकल बार्ड में एडमिट कराया। वही सर्जिकल वार्ड में अस्पताल कर्मियों ने बच्चे को देखने के बाद भी कोई मदद नही की और बेड पर लिटाने के बाद भी गंदी बेड शीट होने के चलते फिर गोदी में लेकर ताऊ ने ही लिटाया। 

वही पीड़ितों का आरोप है कि स्ट्रेचर के लिए कहे जाने पर भी अस्पताल का कोई भी कर्मचारी स्ट्रेटर लेकर नहीं आया और दर्द से कराहते अपने लाडले बेटे को स्ट्रेचर उपलब्ध न होते देख विचलित हुए एक पिता तुल्य ताऊ से जब नहीं रहा गया तो वो खुद अपनी गोद में उठाकर   सर्जीकल बार्ड तक ले गया। ये तस्वीरें जब कैमरे में कैद हो गयी तो जिला अस्पताल में हड़कंप मच गया और आनन फानन में चिकित्सक पहुंचे और उसका उपचार शुरु किया। वहीं इस पूरे मामले पर सीएमओ अजय अग्रवाल अपने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को बचाते हुए सफाई देते नजर आये।

(रिपोर्ट – आर. बी. द्विवेदी , एटा ) 

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