बलरामपुर– शक्तिपीठ देवी पाटन के ब्रह्मलीन महंत महेंद्र नाथ योगी के 17वीं पुण्यतिथि के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंदिर पहुंचे और ब्रह्मलीन महंत महेंद्र नाथ योगी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल व अधिकारियों की तैनाती की गई थी। हालांकि CM के दौरे से जनता को भी काफी हलकान होना पड़ा और शहर में तमाम जगह बैरिकेडिंग कर रास्तों को बंद कर रखा गया था, जिससे राहगीरों को भी आवागमन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। महेंद्र नाथ योगी के जीवन पर उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 1986 में महेंद्र नाथ योगी शक्तिपीठ आ गए थे लेकिन 1990 में उन्हें ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ जी महाराज के आदेश पर शक्तिपीठ देवी पाटन का की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसको उन्होंने बखूबी निभाया जब यह जिम्मेदारी महेंद्र नाथ योगी को सौंपी गई थी। तब मंदिर की स्थिति व तुलसीपुर की हालत बेहद ही खराब थी। जिस पर उन्होंने अपनी दूरदर्शिता और परिश्रम के बल पर आज इस स्थिति में पहुंचा दिया है कि देश विदेश से लोग यहां घूमने के लिए आते हैं।