बहराइच — एक तरफ जहां प्रदेश के सी एम योगी आदित्यनाथ सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता की बात कहते है । वहीं दूसरी और प्रदेश में राष्ट्रीय स्वाथ्य मिशन के तहत हो रही भर्तियों में जिम्मेदारों की और से जमकर धांधली की जा रही है ।
इसकी एक बानगी प्रदेश के जनपद बहराइच में देखने को मिली जहॉ पर स्वाथ्य मिशन के तहत ब्लाकों में प्रोग्राम मैनेजर के तहत हुयी भर्ती में एक ऐसी युवती को नियुक्ति दे दी। जिसके आवेदन को खुद स्वास्थ्य विभाग ने अपूर्ण मानते हुये निरस्त कर दिया था । इतना ही नही विभाग ने गैर जनपदों के भी कई युवको को नियुक्ति देने के साथ भाजपा नेताओं के रिस्तेदारो व नजदीकियों को भी वरीयता दी है । जिले के जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे है ।
जिले के 14 विकास खंडों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत हर ब्लाक में एक एक ब्लाक प्रोजेक्ट मैनेजर की नियुक्ति के लिये स्वास्थ्य विभाग की और से आवेदन मांगे गए थे । जिसके बाद सैकड़ो लोगो ने इसके लिये आवदेन किया आवेदन पत्रों की जांच के बाद सौ लोगो के आवेदन अपूर्ण होने के कारण निरस्त करते हुए 272 लोगो का साक्षात्कार लेने के बाद कल देर रात 14 लोगों को पात्र मानते हुए जिला प्रसाशन सभी की सूची जारी कर दी । लेकिन सूची में नेहा नाम की एक युवती का नाम देखकर अपात्र किये गए कई आवेदनकर्ताओं ने भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुये इसे निरस्त करने की मांग की है ।
इस वजह से आवदेन हुआ था खारिज
नेहा के आवेदन में अनुभव अपूर्ण होने का हवाला देते हुये उनके आवेदन को स्वास्थ्य विभाग ने निरस्त कर दिया था । इनका नाम साक्षात्कार के लिये चयनित सूची में भी नही था । इसके बावजूद 3 जनवरी को इनका साक्षात्कार लेने के साथ ही कल देर रात जारी सूची में इनको चयनित कर दिया । जिसके बाद पूरी भर्ती प्रक्रिया संदेह के घेरे में आ गयी है । वही जिले के आलाधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रहे है ।
वही सवाल ये भी उठ रहा कि जब सैकड़ो लोगो के आवदेन को निरस्त कर दिया गया था । तो फिर किस दबाव के तहत बाकी लोगों को छोड़कर सिर्फ इन्हें साक्षत्कार में वरीयता देने के साथ ही इनका चयन भी कर लिया गया ।
रिपोेर्ट-अमरेंद्र पाठक,बहराइच