एक तरफ मुख्यमंत्री खुद फील्ड पर जाकर लोगों से उनकी दिक्क्तों के बारे में पता कर रहे हैं, तो वहीँ प्रदेश के कुछ अफसर (officers) उनकी ही मेहनत पर पलीता लगा रहे हैं.
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सीएम ने किया रियलिटी चेक…
दरअसल,मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि शनिवार को सीएम के पंचम तल स्थित कार्यालय से आकस्मिक जांच की गई कि मंडल और जिलों में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी (officers) सीयूजी नंबर पर फोन रिसीव कर रहे हैं या नहीं.
बड़ी बात ये है कि इस रियलिटी चेक में करीब दो दर्जन जिलाधिकारी, पांच मंडलायुक्त और लगभग बारह एसएसपी-एसपी व अन्य पुलिस अधिकारी (officers) ऐसे थे, जिनके फोन उनके पीआरओ ने उठाए या कॉल रिसीव ही नहीं हुई.
25 DM और 4 कमिश्नर को नोटिस जारी
जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐसे 25 DM और 4 कमिश्नर को नोटिस जारी कर 3 दिन के अंदर जवाब मांगा है. वाराणसी, प्रयागराज, बरेली और अयोध्या के कमिश्नर से इस बाबत जवाब मांगा गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी आदित्यनाथ को लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि जिलाधिकारी और कमिश्नर सरकारी फोन पर आने वाले कॉल रिसीव नहीं करते हैं. इसके बाद सीएम योगी के निर्देश पर सभी जिलों के डीएम और आयुक्त को फोन किया गया था. ज्यादातर जिलों के जिलाधिकारी और कमिश्नर ने फोन नहीं उठाया. इसके बाद ऐसे अफसरों को नोटिस जारी करने का आदेश दिया गया.
एसएसपी ने भी फोन नहीं उठाया फोन
रिपोर्ट के मुताबिक, फोन नहीं उठाने वालों में कन्नौज, संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बदायूं, अलीगढ़, फिरोजाबाद, हापुड़, अमरोहा, पीलीभीत, बलरामपुर, गोंडा, जालौन, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या कुशीनगर, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर झांसी, मऊ, आजमगढ़, और बरेली के जिलाधिकारी शामिल हैं.
इसके अलावा आगरा मंडल के किसी जिले के एसपी-एसएसपी ने फोन नहीं उठाया. वहीं, रायबरेली, कन्नौज, औरया, अलीगढ़, प्रयागराज, कानपुर नगर, जालौन और कुशीनगर के एसएसपी ने भी फोन नहीं रिसीव किया है.
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