हमीरपुर–उत्तर प्रदेश में ऐसा मामला सामने आया है, जिससे लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है। योगी सरकार के सत्ता में आते ही सरकारी इमारतों, स्कूलों और बसों को भगवा रंग में रंगने का सिलसिला भी शुरू हुआ।
इसी क्रम में हमीरपुर में सरकारी इमारतों और स्कूलों के आलावा एक शौचालय को भी भगवा रंग में रंग दिया गया और उस पर ताला लगा दिया। लेकिन किसी को पता नहीं था कि यह क्या है, इसलिए लोगों ने भगवा रंग देखकर उसे मंदिर मान लिया और पूजा करने लगे।
राज्य के हमीरपुर जिले मौदहा गांव में एक शौचालय के भगवा रंग से भ्रमित लोगों ने उसे मंदिर समझ लिया और बीते साल भर से उसकी पूजा करते रहे। अब जाकर मामला खुला है। गांव के रहने वाले राकेश चंदेल बताते हैं कि, “यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बना हुआ था और इसका रंग भगवा था और देखने में मंदिर लगता था। लोगों को लगा कि यह मंदिर ही है और उन्होंने बिना किसी से पूछे इसके बाहर पूजा शुरु कर दी। लेकिन अभी कुछ दिन पहले अफसरों ने बताया कि यह तो शौचालय है।”
जब भगवा रंग की वजह से शौचालय को मंदिर समझने की बात सामने आई तो नगर पालिका के चेयरमैन ने शौचालय का रंग बदलवा दिया। जिससे अब वह शौचालय जैसा दिखाई देने लगा है।