अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ धरने पर बैठे जमीयत-उल- उलेमा के कार्यकर्ता 

हापुड़ —  उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में जमीयत उल उलेमा हापुड़ के कार्यकर्ताओं ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ एक धरने का आयोजन किया जिसमें जमीयत उल उलेमा के जिला अध्यक्ष ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यरुशलम को इजराइल की राजधानी बनाने का विरोध कर रही है…

 

अमेरिकी राष्ट्रपति के इस कदम को लेकर मुस्लिमों में भारी रोष हैआपको बता दें जमीयत उल उलेमा ए हिंद के जिलाध्यक्ष वह कार्यकर्ताओं ने हापुड़ के सिकंदर गेट पर एक धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जिसमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद के हापुड़ जिला अध्यक्ष ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल ट्रंप के खिलाफ आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति अपनी तानाशाही रवैया के कारण यरुशलम को इजराइल की राजधानी बनाने में जुटे हुए हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति का यह कदम अंतरराष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र के उन फैसलों के विरुद्ध है जिनके तहत यह स्वीकार किया गया है कि 1967 के युद्ध में इजराइल ने यरुशलम पर अत्याचार पूर्ण कब्जा किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति की इस कार्यवाही का उद्देश्य उस नाजायज कब्जे को जल चढ़ाना है और यह निश्चित ही शांतिपूर्ण हल की राह में बाधक है।

आज के इस महत्वपूर्ण धरना प्रदर्शन में जिला उपाध्यक्ष कारी आसिम साहिब ने कहा ऐसे स्वतंत्र फिलिस्तानी राज्य की स्थापना हो जिसकी राजधानी पूर्वी यरुशलम ही हो हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि वह देश की दीर्घकालीन नीति के अनुसार स्पष्ट शब्दों में अमेरिकी राष्ट्रपति के फैसले की निंदा करें भारत ही की हमेशा यह नीति रही है कि उसने एक स्वतंत्र फिलिस्तानी का समर्थन किया है जिसकी राजधानी पूर्वी यरुशलम हो इस प्रदर्शन के द्वारा हम अपनी बात ऊपर तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं हिंदुस्तान के सभी मुस्लिम अमेरिकी राष्ट्रपति के इस कृत्य की घोर निंदा करता है और मांग करता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति इस तरह की कार्यवाही को तुरंत रोके ।

 

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