बहराइच — नेपाल से महिलाओं व बच्चों की तस्करी का मामला थम नहीं रहा है। बुधवार सुबह नेपाल निवासी एक महिला को दूसरी महिला कुवैत भेजने के लिए दिल्ली ले जा रही थी। तभी सीमा पर जांच के दौरान एसएसबी ने तस्कर व अपहृत महिला को हिरासत में ले लिया।
एसएसबी की 42 वीं वाहिनी के कमांडेंट एके गिरी ने बताया कि बुधवार को रुपईडीहा बीओपी के निरीक्षक अवनीश मलिक महिला जवानों के साथ आने-जाने वाले लोगों की तलाशी ले रहे थे। महिला निरीक्षक संगीता ने नेपाल से आई दो महिलाओं से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान महिला हड़बड़ाने लगी। इस पर उससे कड़ाई से पूछताछ की गई। इस पर महिला ने सहयोगी महिला को दिल्ली के रास्ते कुवैत भेजे जाने की बात स्वीकार की।
महिला जवानों ने दोनों को हिरासत में लिया। महिला तस्कर ने अपना नाम रामकली ओली निवासी मानपुर तुलसीपुर दांग के रूप में बताया। जबकि खाड़ी देश भेजी जा रही महिला ने अपना नाम 22 वर्षीय शर्मिला विश्वकर्मा निवासी संगम चौक जिला सनसुई नेपाल बताया। एसएसबी जवानों ने दोनों महिलाओं को नेपाल की माइती संस्था के सुपुर्द कर दिया है।
दिल्ली पहुंचाने पर कैरियर का मिलता पांच हजार :
एसएसबी जवानों की पूछताछ में महिला तस्कर ने बताया कि नेपाल काठमांडू निवासी राकेश मुख्य सरगना है। राकेश के बताए पते पर महिला को दिल्ली भेजना था। दिल्ली पहुंचने पर कैरियर के द्वारा पांच हजार रुपये मिलता। इसके बाद महिला को वहां से कुवैत भेजा जाता।
(रिपोर्ट -अमरेंद्र पाठक , बहराइच )