एटा–एटा में नारी सशक्तिकरण अभियान हंगामें की भेंट चढ़ गया। कार्यक्रम तो नारी सशक्तिकरण का था लेकिन ये कार्यक्रम पुरुष सशक्तिकरण कार्यक्रम बनकर रह गया। महिलाओं ने नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम का बहिष्कार करते हुए जमकर हंगामा काटा और एन एच 91 पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय चौराहे पर जाम लगा दिया।
जाम से एन.एच- 91 हाईवे पर करीब एक घंटे तक लगे जाम से वाहनों की कई किलोमीटर तक लम्बी कतारें लग गयी। इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा और कार्यक्रम में आई महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की और हंगामा काटा। बताया जा रहा है कि जनेश्वर मिश्र सभागार में आयोजित नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम में मंच पर जिलाधिकारी आई पी पांडेय, मुख्य विकास अधिकारी उग्रसेन पाण्डे तमाम प्रशासन के आला अधिकारी और भाजपा के जिलाध्यक्ष दिनेश वशिष्ठ मंच की शोभा बढ़ाते हुए खुद अपना सम्मान कराते रहे जबकि मंच पर किसी भी महिला पदाधिकारी को बैठने तक का स्थान नहीं दिया गया और न ही प्रशासन द्धारा महिला पदाधिकारियों को कार्यक्रम की सूचना ही दी गयी जिसे लेकर उनमें भारी आक्रोश देखा गया।
नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम में नारियों के साथ हुए इस भद्दे मजाक और मंच पर किसी भी महिला को स्थान न दिये जाने से आक्रोशित महिलाओं ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर जमकर नारेबाजी की और हंगामा काटते हुए एन एच 91 हाईवे पर पहुंच गयी जहॉं उन्होंने पंडित दीन दयाल उपाध्याय चौराहे पर एकत्र होकर हाईवे पर जाम लगा दिया। नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम में महिलाओं के साथ हुए भद्दे मजाक को लेकर महिलाओं में जिलाधिकारी आई पी पांडेय के खिलाफ खासा आक्रोश देखा गया। वहीं जाम की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के आलाअधिकारियों के हांथ पांव फूल गये और जिलाधिकारी ने मौके पर जॉइंट मजिस्ट्रेट महेन्द्र सिंह तंवर को मौके पर भेजा और उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम में अपने साथ हुए इस भद्दे मजाक को लेकर महिलाये किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं थी और जिलाधिकारी को बुलाने की मांग को लेकर अड़ गयी।
करीब एक घंटे तक लगे जाम के बाद प्रशासन के आला अधिकारियों द्धारा महिलाओं से क्षमा मांगने के बाद आक्रोशित महिलाये शांत हुई और हाईवे पर यातायात सुचारु हो सका तब जाकर जिले के पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
(रिपोर्ट- आर. बी. द्विवेदी, एटा )