रेलवे क्रासिंग बंद कराने का काम शुरू होते ही महिलाओं व ग्रामीणों ने पुनः किया विरोध

फर्रुखाबाद–जिले में रेलवे क्रासिंग बंद कराने का काम दूसरे दिन फिर शुरू होते ही महिलाओं व ग्रामीणों ने पुनः  विरोध शुरू किया। इससे रेलवे अधिकारियों को काम रोकना पड़ा।

पुलिस व आरपीएफ की महिलाओं से जमकर नोकझोंक हुई। पुलिस ने ग्रामीणों को समझा कर जिलाधिकारी के पास शिकायत के लिए भेज दिया। ग्रामीणों के हटते ही रेलवे क्रासिंग बंद कर दी गई। एप्रोच रोड को भी तोड़ दिया गया।

कानपुर – फतेहगढ़ मार्ग पर लैनगांव के निकट रेलवे गुमटी नंबर 140 सी को बंद किए जाने का काम करने के लिए दूसरे दिन फिर रेलवे अधिकारी आरपीएफ व पुलिस बल के साथ पहुंचे। काम शुरू कराते ही वहां ग्रामीण व महिलाएं आ गई और क्रासिंग बंद करने का विरोध करने लगीं। महिलाओं ने आरोप लगाते हुए कहा कल काम किए जाने का जब विरोध किया गया था, तब हम लोगों को 3 दिन का समय दिया गया था और जिलाधिकारी के पास जाने की सलाह दी गई थी। गांव के लोग जिलाधिकारी के पास समस्या लेकर गए हैं। ऐसे में रेलवे अधिकारियों ने काम शुरू करके हम लोगों के साथ छल किया है।

रेलवे द्वारा क्रासिंगों को किया जा रहा था बंद ,विरोध में ग्रामीणों ने रोक दी ट्रेन

बता दें जिले में रेलवे विभाग द्वारा क्रासिंगों को बंद किया जा रहा था। उसी के चलते आज क्रासिंग 140 सी को बंद करने के लिए रेलवे कर्मचारी पहुंचे थे ।तभी आस पास गांव वालों ने रेलवे टैक पर जाकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।उसी समय उत्सर्ग एक्सप्रेस गुजरने वाली थी तभी ग्रामीणों से उसको रोक लिया। मौके पर पहुंचे एक रेलवे अधिकारी ने बोलने से साफ मना कर दिया लेकिन गांव वालों से अपना पीछा छुड़ाने के लिए उनके कह दिया था कि हम तो केवल पटरी चेक करने आये हुए थे। मुझे क्रासिंग बन्द व खुलने से कोई लेना देना नही है।इस क्रासिंग बन्द होने से लगभग एक दर्जन से अधिक गांव के लोग परेशान होंगे।जिनमे रसूलपुर,कुंदन नगला, महमूदपुर, द्वारिकपुर,भुलनपुर, कैलाशपुरी,गोपालपुर,चौसपुर,पिथूपुर,लेनगांव इस गांव की 80 प्रतिशत खेती करने वाले लोग इसी क्रासिंग से अपने खेतों पर जाते आते है।

(रिपोर्ट- दिलीप कटियार , फर्रूखाबाद )

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