फर्रुखाबाद–केंद्र और प्रदेश सरकार महिलाओ की सुरक्षा को लेकर बहुत ही काम कर रही है वही थानों की पुलिस पीड़ित महिलाओं पुलिस न्याय नही दिला पा रही है। साथ ही यह मामला जब खुला कि परिवारिक कलह से परेशान महिला ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जहरीला पदार्थ खा लिया।
थाना नवाबगंज के ग्राम पुठरी निवासी रीता देवी पत्नी स्वर्गीय शैलेन्द्र सिंह बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पंहुची।महिला डीएम कार्यालय के बाहर पड़ी कुर्सी पर बैठ गयी।कुछ देर बाद उसने पास बैठी एक महिला से पेट में दर्द होंने की शिकायत की। जिसके बाद उसने महिला को ही बताया कि उसने जहर खा लिया है।जिससे हडकंप मच गया। जिलाधिकारी के निर्देश पर तत्काल महिला को राममनोहर लोहिया अस्पताल में 12:56 बजे महिला होमगार्ड कमलेश नें भर्ती कराया।जिसके बाद ईएमओ डॉ० अभिषेक चतुर्वेदी नें महिला का उपचार किया।डॉ० अभिषेक चतुर्वेदी नें बताया कि ,महिला खतरे से बाहर है।उसका इलाज चल रहा है।
आखिर महिला को जहर खाने की जरूरत क्याों पड़ी?
महिला रीता का आरोप है कि उसके पति और ससुर की मौत हो चुकी है।उसके जेठ कौशलेन्द्र सिंह, जेठानी अनीता सिंह व उनके पुत्र आये दिन मारपीट करते है।उसकी सम्पत्ति को हडपने का प्रयास कर रहे है।मारपीट की पुलिस से शिकायत की तो पुलिस गाली-गलौज कर भगा देती है।इस प्रकार की कई बार हो चुकी है पुलिस परिवारिक मामला बताकर हमको थाने से भगा देती जबकि योगी सरकार महिलाओ के लिए अच्छा काम कर रही है लेकिन पुलिस महिलाओ की सुरक्षा और न्याय दिलाने को तैयार नही है।
घटना के सम्बंध में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि पीड़ित महिला ने क्या खाया अभी उसकी पुष्टि नही हो पाई है जैसे ही जानकारी मिली कि उसने खुश खाया है तो उसको इलाज के लिए अस्पताल भेजा है जांच रिपोर्ट से साफ होगा कौन सा पदार्थ खाया है।साथ पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के लिए एसपी को बोल दिया गया है कार्यवाही की जा रही है।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)