ऑपरेशन असीम को आखिर क्यों किया गया बन्द,आलाधिकारी नहीं दे रहे जवाब ?

फर्रुखाबाद — जहाँ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगल ग्रह पर पहुंचा कर पानी का पता करने का दावा कर रहे है ।वही फर्रुखाबाद के नकारा अधिकारी  एक बच्ची को बोर बैल से नहीं निकाल सके ।

बात यही नहीं खत्म होती प्रशासन की घोर लापरवाही तब उजागर हुई जब उन्होंने सीमा को जिंदा बोर बैल में दफन कर बोर बैल को मिट्टी डाल कर बन्द करा दिया और रेस्क्यू ऑपरेशन रोक कर रेस्क्यू टीम को घटना स्थल से रवाना कर दिया गया । वहीं मासूम को निकालने के लिए किये गये गढढे को लेकर आस-पास के कई मकानों पर संकट के बादल है। कुछ मकानों में दरार पड़ गयी है| 

बता दें कि मासूम सीमा 60 घण्टे तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ती रही जिले के आला अधिकारियों के कहने पर सीमा को जिंदा ही बोर बैल में दफन कर दिया गया ।परिजनों को उसका शव तक नसीब नहीं हुआ। ग्रामीण और परिजनों का कहना है कि शव को तो बाहर निकाल लिया जाना चाहिए था । मासूम बोरवेल में दफन हो गई।ऑपरेशन असीम के बंद होते ही इलाके में मातम का माहौल बना है। लोग सीमा की बातों और उसकी अठखेलियों को यादकर-करके रोने लगते हैं।

यहीं नहीं सीमा को निकालने के लिए किये गये गढढे को लेकर आस-पास के कई मकानों पर संकट के बादल है। कुछ मकानों में दरार पड़ गयी है।ग्रामीणों का कहना है कि बरसात में उनके मकान गिर सकते है। जिला प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।वहीं जिलाधिकारी मोनिका रानी ने  बताया की रेस्क्यू टीम ने सलाह से काम बंद किया गया। उनका कहना था कि यदि जादा खुदाई होगी तो गाँव सुरक्षित नही है। आस-पास के कई मकान तोड़ने पड़ेंगे। जिसके चलते परिवार की सहमति से आपरेशन खत्म किया गया।

(रिपोर्ट-दिलीप कटियार,फर्रुखाबाद)

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