बहराइच: घाघरा का जलस्तर बढ़ा , 10 गांवों में घुसा बाढ़ का पानी

बहराइच– घाघरा नदी के जलस्तर में उतार.चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। शनिवार रात के बाद नदी का पानी तेजी से कम होने लगा था। लेकिन अचानक रविवार को दोपहर बाद नदी का जलस्तर प्रति घंटे एक सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ना शुरू हो गया।

नदी में विभिन्न बैराजों से साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रविवार को तीन मकान व 110 बीघा खेती योग्य जमीन नदी में समाहित हो गई। नदी एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। वहीं अचानक जलस्तर बढ़ने से जिन 10 गांवों में हालात सामान्य होने लगे थे, वहां पुन: पानी भर गया है। प्रशासन ने बाढ़ चौकियों के कर्मचारियों को अलर्ट जारी किया है। नदी से सटे 62 गांवों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। जनजीवन अस्तव्यस्त है।

घाघरा नदी का जलस्तर इस बार तटवर्ती गांव के ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। जलस्तर में उतार.चढ़ाव के चलते क्षेत्र में जलभराव की स्थिति से निजात नहीं मिल पा रही है। रविवार को नदी का जलस्तर एल्गिन ब्रिज पर 106-656 मीटर रिकॉर्ड हुआ। एल्गिन ब्रिज पर नदी खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। घाघरा नदी में गिरिजापुरी बैराज से एक लाख ४६ हजार, शारदा बैराज से एक लाख 31हजार और बनबसा बैराज से 73 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। पहाड़ों पर हो रही बरसात के कारण घाघरा नदी में छोड़े जा रहे पानी के चलते रविवार दोपहर में अचानक जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया। प्रतिघंटे एक सेंटीमीटर की रफ्तार से नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। नदी से सटे महसी तहसील क्षेत्र के नागेसरपुरवा, भयापुरवा, जगन्नाथपुरवा, गोलागंज कोठार, जरमापुर, कायमपुर, पचदेवरी, मंगलपुरवा व चुरईपुरवा समेत लगभग 10 गांवों में जलस्तर घटने के बाद बाढ़ का पानी कम हो गया था। लेकिन रविवार को अचानक जलस्तर बढ़ने के कारण इन गांवों में पुन: बाढ़ का पानी घुसना शुरू हो गया।

तहसील क्षेत्र के लगभग 62 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। वहीं नदी की कटान के कारण महसी तहसील क्षेत्र में तिकुरी धनौली के निकट विजय कुमारए सुमिरन और जगराम के 60 बीघा खेती योग्य जमीन को लील लिया। नगेसरपुरवा के निकट भी खेती योग्य जमीन नदी में समाहित हो रही है। वहीं कैसरगंज अहाता ग्राम में स्थित कुम्हारनपुरवा निवासी जगदीश और बाबू समेत तीन मकान नदी की धारा में समाहित हो गए। कटान की सूचना तहसील कार्यालय पर दी गई है। लेकिन अब तक कोई भी राजस्वकर्मी मौके पर नहीं पहुंचा है। तिकुरी धनौली गांव निवासी विजय का कहना है कि खेत के साथ.साथ नदी की लहरें मकान पर भी थपेड़े ले रही हैं। ऐसे में पूरे गांव को खतरा है। लेकिन अब तक राहत व बचाव के इंतजाम नहीं किए गए हैं। 

बाढ़ चौकियों को किया गया अलर्ट:

घाघरा के जलस्तर में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। घाघरा नदी में नेपाल से छोड़े जा रहे पानी के कारण रविवार को जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ है। इसको देखते हुए क्षेत्र के सभी बाढ़ चौकियों के कर्मचारियों को अलर्ट जारी किया गया है। वहीं ग्रामीणों को भीसुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। 

(रिपोर्ट – अनुराग पाठक , बहराइच )

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