जिले में कई दिनों से लगातार हो रही भारी बरसात व पहाड़ी नदियों से बहकर आने वाले बाढ़ के पानी के चलते भारतीय क्षेत्र के नदियों और नालों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है । जिसके कारण मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र के कई गांवो में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है |
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पहाड़ी नालों के पानी के कारण तहसील क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है । क्षेत्र के सर्राकला,बखारी, कसौजी,पड़रिया सहित लगभग एक दर्जन गांवो की सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि बाढ़ के पानी से जलमग्न हो गई ।
बढे जलस्तर के कारण सड़कें भी जलमग्न हैं, इलाके के बलईगांव, बस्थनवा ,पौण्डा, मंजगवा, कंजीबाग,भरिया,बखारी ,फुलवरिया, सर्राकला आज गांव के ग्रामीणों का आवागमन में भी समस्या उत्पन्न हो रही है | राहगीरों को सड़कों पर भरे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है । बाढ़ का पानी भरने के कारण क्षेत्रीय ग्रामीणों का जनजीवन प्रभावित है ।
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शनिवार की दोपहर उपजिलाधिकारी मिहींपुरवा बाबूराम ने नायब तहसीलदार शशांक उपाध्याय, लेखपाल मुकेश यादव ,ग्राम प्रधान जयप्रकाश यादव आदि के साथ बाढ़ प्रभावित गांव तनाजापुरवा का नाव से दौरा कर हालात का जायजा लिया ।
उपजिलाधिकारी बाबूराम ने बताया कि बाढ़ जैसी आपदा से निपटने हेतु प्रशासन पूरी तरह सजग है। बाढ़ प्रभावित गांव सोमईगौढी के मजरा तनाजापुरवा का राजस्व टीम के साथ दौरा कर हालात का जायजा लिया है। प्रभावित ग्रामीणों के भोजन पानी की समुचित व्यवस्था ग्राम प्रधान के माध्यम से कराई जा रही है। बाढ़ आपदा की सम्भावना के दृष्टिगत पूर्व में सभी तैयारी की जा चुकी है। कुछ खेती योग्य भूमि जलमग्न हुई है।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक, बहराइच)