फर्रुखाबाद: काशीराम कॉलोनी में घुसा बाढ़ का पानी,पल-पल की स्थिति पर प्रशासन की नजर

फर्रुखाबाद–फर्रुखाबाद में गंगा और रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति विकराल हो गई है पांचाल घाट पर गंगा खतरे के निशान को पास पहुंच गयी है । फर्रुखाबाद के काशीराम कॉलोनी में पानी भर जाने से स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई है ।

गंगा और रामगंगा का पानी पढ़ने के साथ-साथ फर्रुखाबाद शहर से 2 किलोमीटर दूर स्थित काशीराम कॉलोनी के भीतर पानी प्रवेश कर गया है जिसके बाद बाढ़ के पानी ने काशीराम कॉलोनी को चारों तरफ से घेर लिया है। प्रशासन पल-पल की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। सुबह से अधिकारियों का आना और जाना लगा हुआ है लेकिन कॉलोनी में रहने वाले लोगों का साफ तौर पर कहना है कि प्रशासन यहां पर हमारे साथ किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं कर रहा है। बिजली से लेकर पानी तक के लिए हम लोग तरस रहे हैं। साथ ही साथ वह दूसरी तरफ पानी से घिरे हुए हैं। ना तो यहां पर बिजली की व्यवस्था है ना पानी की व्यवस्था है। पानी फर्स्ट फ्लोर के भीतर घुस गया है और जिसके बाद वहां पर कीड़े मकोड़ों का भी वहां पर डर सता रहा है। प्रशासन ना मच्छरों के लिए और बाकी बीमारियों के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं की है। बस अधिकारी आते हैं और देख कर चले जाते हैं। 

नरौरा बांध से 2लाख  क्यूसेक पानी छोड़े जाने से फर्रुखाबाद के पंचाल घाट पर गंगा का जलस्तर 137 मीटर पर स्थिर है राम गंगा का जल स्तर 5 सेंटीमीटर बढ़कर खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। हरेली रामनगर से 32963 कि उसे पानी छोड़ा गया जिससे राम गंगा के जलस्तर में और वृद्धि होने की आशंका बढ़ गई है। गंगा और राम गंगा का पानी बढ़ने से फर्रुखाबाद के काशीराम कॉलोनी चारों तरफ से पानी में डूब रही है और साथ ही साथ जो आसपास के खेत और गांव हैं वह भी पानी में डूबते जा रहे हैं। जिससे फर्रुखाबाद से काशीराम कॉलोनी जाने का आवागमन भी प्रभावित हो गया है दोनों नदियों के रौद्र रूप से  गाँवों के हालात और भी ज्यादा बिगड़ गए हैं। शौचालय बाढ़ के पानी में डूब गए हैं शौच जाने की समस्या भी बढ़ गई है। ग्रामीणों ने कॉलोनी से सामान निकाल कर बाहर भी रख लिया है। जिसके बाद प्रशासन लगातार पल पल नजर बनाए हुए हैं। कई लोगों ने अपना दुखड़ा रोते हुए कहा कि उनके कॉलोनी में बाढ़ का पानी भरा हुआ है और प्रशासन का कोई अधिकारी उनकी सुध लेने तक नहीं आया है

(रिपोर्ट -दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद )

 

Comments (0)
Add Comment