फर्रुखाबाद–फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र कैंट एरिया के रहने वाले सैनिक दयाराम कश्यप ने जिला प्रसाशन व पुलिस के खिलाफ गांधी वादी तरीके से जल सत्याग्रह शुरू कर दिया। जिससे जिला प्रसाशन में उथलपुथल मची हुई है।
सैनिक अपनी सात मांगो को लेकर जल सत्याग्रह आंदोलन कर रहा है।उसने कहा कि सेना में सर्विस के दौरान प्रमोशन में द सर्विस में दी गई अनिमिताओ कि जांच हो उसके बाद राष्ट्रपति,रक्षामंत्री,प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री मिलने का समय दिया जाए।दूसरी तरफ राजेन्द्री देवी पत्नी गेदनलाल व दयाराम पुत्र रामचरण निबासी नरकसा अम्बेडकर नगर फर्रुखाबाद के मकान पर कब्जा कर लिया है जिसका नाम सत्यभान पुत्र रामचरन है।जबकि जिसकी शिकायत व न्यायालय में की गई वहां से आदेश भी हुआ कि यथास्थित बनी रहे लेकिन कब्जेदार ने पुलिस की मदद से पूरा मकान पर कब्जा कर लिया है।उसके साथ कब्जेदार ने जो कागजो में फर्जीबाड़ा किया है उसकी जांच कराकर कार्यवाही की जाए जिससे उस महिला को न्याय मिल सके।दोषी जेल जा सके।
जिले में तीन लोगों पर लाखों रुपया बाकी है उसको दिलबाया जाए।क्योकि गंगानगर निवासी सोनू मिश्रा व मोनू मिश्रा को एक लाख पैतीस हजार रुपया दिया था मांगने पर धमकी देते है।जबकि एसपी साहब से आदेश भी दिया था लेकिन शहर कोतवाली पुलिस ने अभी तक किसी भी आरोपी को कोतवाली नही बुला पाई है।वही तिर्वा राजा के मुख्य्यार सत्यप्रकाश को एक लाख रुपया बाकी है।शहर कोतवाली क्षेत्र में मस्जिद की दुकान दिलाने के नाम पर एक लाख अठहत्तर हजार रुपया लिया गया जिसमें मात्र 18 हजार रुपये बापस दिया गया बाकी की धनराशि नही दी जा रही है।वही चौथी मांग में कहा गया कि मेरे द्वारा एक खेत खरीदा गया जिसका सर्च करवाया गया वह किस ब्यक्ति से हमने खरीदा था।उसका नाम 20 साल पहले से चढ़ा हुआ है।
जांच में सरकारी जमीन दर्ज हो गई फिर भी कमिश्नर के आदेश को मानते हुए खतौनी में दर्ज कराई जाए।पांचवे बिंदु में थाना राजेपुर में फर्जी हरिजन एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया गया।जिसमें कोर्ट ने मुझे बरी कर दिया है।फिर भी पुलिस द्वारा मेरे ऊपर गुंडा एक्ट की कार्यवाही कर दी गई है।उसको खत्म किया जाना चाहिए।और सैनिक को नियमानुसार जमीन का पट्टा दिया जाए तथा नियमानुसार जमीन दी जाए।राजेन्द्री देवी को विधवा पेंशन व गरीवी रेखा से नीचे का राशन कार्ड बनाया जाए साथ ही रहने के लिए कांशीराम कालोनी में रहने के लिए कालोनी दी जाए।
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद )