लखनऊ — राजधानी लखनऊ के घंटाघर में CAA और NRC के खिलाफ पिछले 6 दिनों से महिलाओं का प्रदर्शन जारी है. गुरुवार को प्रदर्शन का सातवां दिन है. इस मामले में शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने हुसैनाबाद ट्रस्ट को पत्र लिखकर कहा है कि घंटाघर की जमीन शिया वक्फ बोर्ड की संपत्ति है, जहां पर प्रदर्शनकारी अवैध रूप से प्रदर्शन कर रहे हैं. इस जमीन को कब्जे से मुक्त कराया जाए.
वसीम रिजवी ने डीएम लखनऊ को पत्र लिखकर कहा है कि जैसा कि आपको अवगत है कि वक़्फ़ हुसैनाबाद ट्रस्ट में अपनी पूरी संपत्ति के साथ शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड की संपत्ति है. जो कि वक़्फ़ अधिनियम 1995 लागू होने के बाद से आज तक शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड को हस्तांतरित नहीं की गई है और जिलाधिकारी लखनऊ हुसैनाबाद ट्रस्ट के प्रशासक हैं. इस प्रकरण में माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद की लखनऊ बेंच में मुकदमा विचाराधीन है.
17 जनवरी 2020 को कुछ महिलाओं द्वारा वक़्फ़ हुसैनाबाद ट्रस्ट की वक़्फ़ संपत्ति घंटाघर को अपने अवैध कब्जे में लेकर उस पर अवैध रूप से धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया गया है. जिससे पूरे क्षेत्र में भय और दहशत का माहौल है. वक़्फ़ हुसैनाबाद ट्रस्ट की वक़्फ़ संपत्ति पर जिस तरह से कब्जा करके अवैध धरना दिया जा रहा है यह विधि अनुसार अपराध की श्रेणी में है. अतः आपसे अनुरोध है कि वक़्फ़ हुसैनाबाद ट्रस्ट की वक़्फ़ संपत्ति घंटाघर को अवैध प्रदर्शनकारियों के कब्जे से मुक्त कराए जाने की कार्रवाई सुनिश्चित करें.
इसके साथ ही थाना प्रभारी ठाकुरगंज को भी पत्र लिखते हुए कहा है कि उपरोक्त प्रकरण में मुकदमा दर्ज करते हुए वक़्फ़ संपत्ति घंटाघर पर जबरन धरना प्रदर्शन करने वाली महिलाओं और उनका समर्थन कर रहे पुरुषों को चिन्हित कर दंडात्मक कार्रवाई की जाए.