बदायूं– जिला महिला अस्पताल के SNCU वार्ड में संक्रमण फैलने से 20 दिन में 13 बच्चों की मौत हो चुकी है। आपको बता दें कि जुलाई से अब तक करीब 32 बच्चों की मौत हो चुकी है।
बदायूं के जिला महिला अस्पताल में बने SNCU वार्ड में संक्रमण फैलने से 20 दिन में 13 बच्चों की मौत हो चुकी है। डाक्टर की माने तो मरने वाले बच्चों में सबसे ज्यादा संख्या सीएचसी, पीएचसी से आने वाले बच्चे हैं। सीएचसी पीएचसी से आने वाले बच्चों में पहले ही इतना संक्रमण होता कि जो यहां रिकवर नहीं हो पाता जिससे मौत हो जाती है। आपको यह भी बता दें कि जुलाई से लेकर आज तक करीब 32 बच्चों की मौत हो गई। इसके बाद भी स्वास्थ्य चैन की नींद सो रहा और बच्चे लगातार मर रहे हैं।
इसका जिम्मेदार कौन है ये किसी को नहीं पता, सरकार मौसमी बीमारियों और संक्रमण रोगों से बचाओ के लिए करोड़ रुपये का बजट खर्च कर लोगो को जागरूक कर रही इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं। लापरवाही बरतने के मामले सीएमओ राजेंद्र प्रसाद को शासन निलंबित भी कर चुका है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं। वार्ड में तैनात डाक्टर सन्दीप वार्ष्णेय ने बताया कि जिला महिला अस्पताल के बजाय सबसे ज्यादा सीएचसी पीएचसी से बच्चे आते हैं। यहाँ एक एक बेड पर दो दो बच्चों को शिफ्ट किया जा रहा। बच्चों की भीड़ को देखते हुए वार्ड में एक्स्ट्रा बेड भी बढ़ाये गए हैं।
वही मिडिया के संज्ञान के बाद आज प्रभारी सीएमओ मनजीत सिंह ने आज SNCU वार्ड पहुंचकर बच्चों का हाल जाना और लापरवाह कर्मचारियों को हिदायत दी। प्रभारी सीएमओ मनजीत सिंह एसएनसीयू वार्ड पहुंचे जहां उन्होंने सबसे पहले बच्चों का हालचाल जाना और लापरवाह कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई। वही महिला अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक रेखा रानी का कहना है की इन दिनों संक्रमित बच्चो की संख्या काफी बढ़ गयी है। उनके अस्पताल में जुलाई से 10 अगस्त तक 32 बच्चो की मौत हो चुकी है उन्होंने शासन से sncu में सुविधाये बढ़ाने के लिए लिखा है ।
(रिपोर्ट-राहुल सक्सेना, बदायूं)