लखनऊ — राजधानी के पीजीआई थाना क्षेत्र स्थित वृंदावन कॉलोनी के आकाश इन्क्लेव उस वक्त अफ़रा-तफरी व हड़कंप मच गया। जब यहां रहने वाली एक महिला को 10 बजे के करीब इंटरकॉम के जरिए एक अननोन फोन कॉल आया।जिसमें महिला से कहा गया कि उनके फ्लैट में आतंकी छिपे हुए हैं।
फोन में इतना ही सुनते ही महिला के होश फाख्ता हो गए और फौरन ही उसने एंकलेव के सिक्योरिटी गॉर्ड को फोन कर सूचना दी। जिसके बाद पीजीआई पुलिस को इसकी सूचना दी गई। आकाश एंकलेव में आतंकी घुसे होने की सूचना मिलते ही पीजीआई पुलिस क्राइम ब्रांच, एटीएस और डॉग स्क्वाड के साथ आकाश एंकलेव पहुंची और सारे फ्लैट्स में सर्च ऑपरेशन चलाया। करीब 3 से 4 घंटे तक चले सर्च आपरेशन और पूछताछ में आतंकियों का कोई सुराग नहीं मिलने पर मामला फर्जी पाया गया। बता दें कि आकाश एंकलेव 600 फ्लैट्स है।
दरअसल वृंदावन कॉलोनी के आकाश एंकलेव के फ्लैट नंबर 407 की रहने वाली आशा द्विवेदी के पास रात करीब 10 बजे इंटरकॉम के जरिए एक अननोन फ़ोन काल आया जिसमे उनके घर में आतंकी छिपे होने की सूचना दी गई। उनके फ्लैट में आई उषा श्रीवास्तव ने सबसे पहले फ़ोन उठाया था। जहां उन्हें आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली।
बताया गया की उनके घर मे बेटे की शादी है जिस कारण तंग करने की नीयत से यह मजाक फ़ोन काल किया गया। आतंकी मिलने की सूचना से आस पास के इलाके के साथ साथ पूरे एंकलेव में हड़कंप मच चुका था। आसपास के इलाके की कॉम्बिंग के बाद घटना फर्जी निकली। 3 घंटे तक लखनऊ पुलिस हलकान रही जहां आसपास के इलाकों की सर्च के बाद मामला निकला फर्जी।