जालौन–उरई नगरपालिका में देर शाम को सभासद प्रतिनिधि की गुंडई देखने को मिली। यहाँ पालिका के सभासद प्रतिनिधि ने पालिकाध्यक्ष के साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया और एक ठेकेदार की नगर पालिका में ही पिटाई कर दी।
इस घटना के बाद पालिका के अंदर हड़कंप मच गया। घटना को अंजाम देने के बाद सभासद प्रतिनिधि मौके से भाग गया। घटना की शिकायत लेकर पीड़ित ठेकेदार भाजपा के नगर पालिका अध्यक्ष और सभासदों के साथ कोतवाली पहुंचे लेकिन पुलिस द्वारा कोई कारवाही न किये जाने से नाराज सभासद कोतवाली में धरने पर बैठ गये। जहां कोतवाली में धरने पर बैठे सभासदों को हटाने को लेकर पुलिस की पालिकाध्यक्ष अनिल बहुगुणा और सभासदों के बीच तीखी नौंक-झौंक हुई। मामला बढ़ता देख पुलिस ने घायल ठेकेदार अशोक सोनी को तत्काल मेडिकल परीक्षण के लिये भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी।
मामला उरई कोतवाली के अंतर्गत आने वाली नगर पालिका है। यहाँ शाम के समय पालिकाध्यक्ष अनिल बहुगुणा अपने कक्ष में बैठे थे उसी दौरान नगर पालिका में सभासद प्रतिनिधि नीरज राजपूत आए और वहाँ तेज आवाज में बोलकर हंगामा करने लगे जिसे सुनकर पालिकाध्यक्ष वहाँ पहुंचे और पालिकाध्यक्ष अनिल बहुगुणा ने शोर न मचाने को कहा जिससे सभासद प्रतिनिधि नीरज राजपूत अमर्यादित होकर पालिकाध्यक्ष से बोलने लगे। उसी दौरान नगर पालिका के ठेकेदार अशोक सोनी आ गये और उन्होंने नीरज राजपूत को समझाने का प्रयास किया लेकिन सभासद प्रतिनिधि नीरज राजपूत ने ठेकेदार अशोक सोनी से ही मारपीट शुरू कर दी जिससे वह घायल हो गया। इस घटना को देख पालिका में अफरा-तफरी मच गई। इस घटना को लेकर घायल ठेकेदार कोतवाली में पालिकाध्यक्ष और सभासद के साथ कोतवाली पहुंचा लेकिन पुलिस द्वारा कार्यवाही न किये जाने पर सभासदों ने कोतवाली में धरना देना शुरू कर दिया। जिसको लेकर पुलिस से धरना दे रहे सभासदों से पुलिस से नौंक-झौंक भी हुयी। लेकिन भाजपा के नगर पालिकाध्यक्ष की बात पर पुलिस ने कारवाही की बात किये और पीड़ित ठेकदार को मेडिकल परीक्षण के लिये भेज दिये जाने के बाद धरना समाप्त किया।
वही पीड़ित ठेकेदार ने बताया कि उसकी जंजीर और लगभग 20 हजार रुपये सभासद प्रतिनिधि नीरज राजपूत लूटकर भाग गया। इस मामले में पालिकाध्यक्ष अनिल बहुगुणा ने बताया कि नीरज द्वारा कई बार इस तरह की घटना को अंजाम दिया जा चुका लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कारवाही नहीं की। वही इस मामले में पुलिस जांच कर रही है और देखना यह है कि पुलिस किस तरह से कारवाही करती है या फिर एक बार मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती है।
(रिपोर्ट- अनुज कौशिक, जालौन)