हरदोई– केंद्र से लेकर प्रदेश तक की सरकारें ग्रामीण इलाकों के विकास के लिए तरह-तरह की योजनाएं बनाती हैं; लेकिन सरकारी नुमाइंदों के भ्रष्टाचार के कारण तमाम इलाकों में इन योजनाओं के पात्र लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं।
प्रधानमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले ग्रामीण इलाके में ग्रामीणों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना में रिश्वत लेने की शिकायतें बड़ी आम हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली ग्रामीण आवास योजना में रिश्वत लेने के आरोप में लखनऊ की एंटी करप्शन टीम ने एक ग्राम पंचायत अधिकारी को रिश्वत लेते समय रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
हरियाणा विकासखंड के भदेवरा गांव में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी वीरेंद्र वर्मा को लखनऊ की एंटी करप्शन टीम ने गांव के ही एक लाभार्थी से प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास देने के नाम पर दस हजार रुपए की रिश्वत लेते समय रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दरअसल भदेवरा गांव के ग्रामीण आरिफ ने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की थी कि प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र होने के बाद भी ग्राम विकास अधिकारी रिश्वत की मांग कर रहा है। इसी के बाद एंटी करप्शन टीम ने तत्काल कार्यवाही की थी।
(रिपोर्ट – सुनील अर्कवंशी , हरदोई )