लखनऊ–कल चौक स्थित साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में सेवा भारती के तत्वावधान में आयोजित किया गया जिसका उद्घाटन राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, महापौर संयुक्ता भाटिया सहित अन्य गणमान्य जनों ने द्वीप प्रज्वलित कर किया।
सेवाव्रतियों के सम्मान समारोह में संबोधित करते हुए राज्यपाल ने संस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि सेवा व संस्कार के क्षेत्र में सेवा भारती ने उच्च मानक स्थापित किए हैं। सेवा भारती ने संस्कारक्षम, मानवीय मूल्यों की चिंता करने वाले, धर्म का आदर करने वाले, परोपकारी, अनुशासित, राष्ट्रप्रेमी व चरित्रवान समाज के निर्माण का कार्य किया है। इसी से देश मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास’ जैसे संकल्प से सामंजस्य और सौहार्द्र होगा, जो देश के लिए आज बहुत जरूरी है।
राज्यपाल ने आगे कहा है कि बहुत से दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आज की युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति व संस्कार से दूर होकर पाश्चात्य देशों के अंधानुकरण में लगी है। आधुनिकता की पैरवी वहां तक ही ठीक, जिससे अपने देश की संस्कृति व सेवा का भाव नष्ट ना हो। राज्यपाल ने कहा कि पंडित दीनदयाल का यह कथन आज भी प्रासंगिक है कि, हम विदेशों में से जो भी ग्रहण करें, उसे अपने देश के व समाज के अनुकूल बना लें ।
सेवा भारती के इस कार्यक्रम में नववर्ष चेतना समिति के संचालन में केजीएमयू के रिहैबिलिटेशन एंड आर्टिफिशियल लिंब सेंटर परिसर में रोगियों की सेवा व सहायता के लिए सम्राट विक्रमादित्य सेवा केंद्र का लोकार्पण किया गया और कुल 48 चिकित्सकों और समाजसेवियों का सम्मान भी राज्यपाल और महापौर ने किया। मंचस्थ लोगों में सेवा भारती से जुड़े हुए वह आरईएस के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र गंगवार, बलरामपुर चिकित्सालय के निदेशक डॉ राजीव लोचन, नववर्ष चेतना समिति की रेखा त्रिपाठी व डॉक्टर गिरीश गुप्ता व प्रमुख लोगों में कार्यक्रम संयोजक ओमप्रकाश पांडेय व सहसंयोजक राघवेंद्र मिश्रा आदि उपस्थित रहे।