सीतापुर — जब दाग अच्छे हो सकते है तो पुलिस क्यों नही,इन्ही शब्दो को चरितार्थ करने वाले उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद में एक ऐसा थानेदार है जो यतीम बच्चों की पढ़ाई लिखाई का जिम्मा खुद उठाये हुए है।
इतना ही नही बच्चो की समय समय पर जाकर के हाल ख़बर लेना,शिक्षकों से बात करना,उनके दैनिक जीवन मे उपभोग की जाने वाली हर जरूरतों को पूरा करना। इसके लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने फादर्स डे पर उनको बप्पा के नाम एक दिन का सेलिब्रिटी बना चुकी है,और डीजीपी द्वारा इस सराहनीय कार्य के लिए पुरस्कृत भी किया जा चुका है।
सीतापुर जनपद के पिसावां थानेदार दिनेश सिंह बताते है कि मार्च 2018 में थाना क्षेत्र के देवगवाँ निवासी राम सागर ने अपनी बीवी का कत्ल कर दिया था,जिसके बाद वह सलाखों के पीछे चला गया ऐसे में उसके पीछे 6 बच्चे अनाथ ही चुके थे जिनका भरण पोषण करने वाला कोई नही था।ऐसे में बच्चे भुखमरी के कगार पर आ गए थे,मेरे मन मे ख्याल आया कि काश इन यतीम बच्चो का सहारा बन कर के लोगो को संदेश देना चाह रहा था कि देखिये जिस पुलिस पे लोग उंगली उठाते है वो भी आप सभी के समाज का अंग है,हमारे भी सीने में दिल है,मानवता है,इस लिए मैंने वही से प्रण किया कि इन बच्चो की शिक्षा दीक्षा का जिम्मा आज से मेरा है।
सूबे के डीजीपी ने फादर्स डे पर यूपी पुलिस के ट्विटर दिनेश को बनाया था सेलिब्रिटी आइकॉन
फादर्स डे के अवसर पर उत्तर प्रदेश पुलिस के ट्विटर आउंट पर डीजीपी ओपी सिंह ने दिनेश कुमार सिंह के इस मानवीय कार्य के लिए एक दिन का ट्विटर सेलिब्रिटी आइकॉन लगा कर के सब सभी जनमानस को संदेश दिया था की जब दाग अच्छे हो सकते है तो पुलिस क्यों नही।
(रिपोर्ट-सुमित बाजपेयी,सीतापुर)