कोरोना महामारी से पूरा देश जंग लड़ रहा है. इस महामारी के खात्मे के लिए आम हो या खास, सभी लोग अपने-अपने तरीके से इस जंग में जिम्मेदारी निभा रहे हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मेरठ में जन्मे अमेरिकी डॉक्टर अंकित भरत ने मेडिकल की दुनिया में इतिहास रच दिया.
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20 साल की युवती को दी नई जिंदगी…
दरअसल डॉक्टर भरत अमेरिका के एक अस्पताल में सर्जनों की एक टीम का नेतृत्व कर रहे थे. उन्होंने कोरोना के एक मरीज पर फेफड़ों के दोहरे प्रत्यारोपण (डबल लंग ट्रांसप्लांट) में सफलता हासिल की है. बताया जा रहा है कि यह पहली बार है जब डॉक्टरों को ऐसा करने में सफलता मिली है. चौकाने वाली बात यह कि डॉ. भरत ने जिस मरीज पर इस ट्रीटमेंट को अजमाया है वह 20 साल की एक युवती है. कोरोना वायरस की वजह से उसके फेफड़े बेकार हो गए थे.
डॉक्टर भरत ने बढ़ाया देश मान…
बता दें कि 40 साल के अंकित भरत शिकागो के नॉर्थवेस्टर्न मेमोरियल अस्पताल में थोरैसिक सर्जरी के प्रमुख और फेफड़ों के प्रत्यारोपण कार्यक्रम के सर्जिकल निदेशक हैं. डॉक्टर भरत 2013 में अमेरिका गए थे. वहीं इसी हॉस्पिटल में वो एसिसटेंट प्रोफेसर बने. भरत मेरठ के सुभारती बॉयोकेमेस्ट्री डिपार्टमेंट में प्रोफेसर और एचओडी हैं. उनका कहना है कि ये उपलब्धि देश के लिए गर्व की बात है.
खुशी से फूले नहीं समा रहे पिता…
वहीं अपने बेटे की इस कामयाबी से मेरठ में रह रहे उनके पिता खुशी से फूले नहीं समा रहे है. पिता का कहना है कि आज बेटे ने उनका सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है. मेरठ के रहने वाले और वर्तमान में अमेरिका में प्रैक्टिस कर रहे डॉक्टर अंकित भरत की अगुवाई में कोविड पॉज़िटिव 20 वर्षीय युवती के दोनों फेफड़ों को ट्रांसप्लांट करने में सफलता हासिल हुई है. शिकागो की रहने वाली इस युवती के दोनों फेफड़े ट्रांसप्लांट किए गए हैं. अगर ये ट्रांसप्लांट सफल न होता तो ये युवती जीवित न बचती.
अंकित के पिता जो ख़ुद भी एक डॉक्टर हैं उनका कहना है कि ये किसी कोविड मरीज़ का अब तक का सबसे कठिन ट्रांसप्लांट था. इस ऑपरेशन को करने में डॉक्टर अंकित को 10 घंटे लगे थे.
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